एमबीएम न्यूज़ /पावंटा साहिब
शहर के साथ लगते अमरकोट गांव में इस बात की जागरूकता नहीं है कि शादी के लिए लड़के की उम्र 21 साल होनी चाहिए,जबकि लड़की 18 साल से कम नहीं होनी चाहिए। इसी का नतीजा है कि गांव का 19 साल का लड़का सात फेरे लेकर परिणय सूत्र में बंधने को तैयार था,लेकिन चाइल्ड लाइन टीम के पहुंच जाने से शादी रुक गई।
दरअसल चाइल्ड लाइन को सूचना मिली थी कि अमरकोट पंचायत के एक गांव में 18 साल के लड़के की शादी की जा रही है,लिहाजा चाइल्ड लाइन की टीम पावंटा साहिब साहिब थाने से सुरक्षा कर्मियों को लेकर लड़के के घर पहुंच गई। जंहा टीम ने पाया कि लड़के के माता-पिता शादी की पूरी तैयारी कर चुके हैं,घर पर डीजे व टेंट आदि भी लगा हुआ है। टीम के सदस्यों ने पंचायत प्रधान को बुलाकर पूछताछ की तो प्रधान जसपाल का कहना था कि उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि लड़के की शादी 21 साल से कम उम्र में नहीं की जा सकती है,इस दौरान टीम ने लड़के के माता-पिता को बुलाकर काउंसलिंग की। कुल मिलाकर चाइल्ड लाइन ने बाल विवाह को रोकने में सफलता हासिल की है। चाइल्ड लाइन की समन्वयक विनीता ठाकुर ने कहा कि परिवार की काउंसलिंग की गई है। चाइल्ड लाइन की टीम में काउंसिल के इलावा राजेंद्र सिंह व सुंदर सिंह भी शामिल थे। सनद रहे कि टीम ने शुक्रवार शहर के फूड कार्नर में बाल मजदूरी का खुलासा किया था।
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