वी कुमार /मंडी
उपमंडल धर्मपुर की डरवाड पंचायत के गरली गांव में हुए हादसे में स्कूल वैन चालक सुमित कुमार नाबालिग निकला है। इस मामले की न्यायिक जांच कर रहे धर्मपुर एसडीएम की जांच में यह खुलासा हुआ है। पंचायत से लिए गए रिकार्ड के अनुसार चालक सुमित की उम्र 17 वर्ष की बताई गई है। वहीं इस हादसे के बाद धर्मपुर एसडीएम ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने गुरुवार शाम को ही स्कूल का रिकार्ड कब्जे में ले लिया था। जांच में अब यह बात भी सामने आ गई है कि स्कूल वैन में लंबे समय से ओवरलोडिंग की जा रही थी और कई दिनों से सुमित ही वैन चला रहा था। हादसे के दिन भी वैन में 12 बच्चे बिठाये गए थे। वहीं स्कूल वैन का पंजीकरण स्कूल मालिक के नाम पर है, लेकिन वैन को न तो पीला रंग किया गया था और न ही सुर्पीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार अन्य सुरक्षात्मक उपाये किए गए थे। इस वैन के सहारे ही स्कूल के कई बच्चों को लाया व छोड़ा जाता था। स्कूल के पास कोई अन्य दूसरा वाहन भी नहीं है। जिसके बाद अब स्कूल प्रबंधन भी इस मामले में प्रशासन की कार्यवाई के दायरे में आ गया है।
वैन को नियमों के विपरित स्कूली बच्चों के लिए प्रयोग में लाना और नाबालिग युवक से वैन चलाने के आरोप में स्कूल प्रबंधन फंस गया है। वहीं पुलिस पहले ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चुकी है। वहीं एसडीएम धर्मपुर ने शुक्रवार को भी स्कूल प्रबंधन को गाड़ी के कागजात व ड्राईवर के लाइसेंस के साथ बुलाया था, लेकिन स्कूल की तरफ सिर्फ कुछ अध्यापक ही एसडीएम के समक्ष् उपस्थित हुए। शुक्रवार को एसडीएम धर्मपुर एचएस राणा ने करीब 3 बजे के आसपास स्कूल और स्पॉट पर जाकर भी जांच की। इसके साथ ही एसडीएम एचएस राणा और डीएसपी सरकाघाट ने दुर्घटना में मारी गई बच्ची गौरी के परिवार वालों से मिलकर सांत्वना भी दी। वहीं एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि मामले की जांच जा रही है। इस हादसे में घायल 8 बच्चों का ईलाज मंडी, दो का हमीरपुर और एक बच्ची का आईजीएमसी शिमला में जारी है। जबकि मृतक छात्रा का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उसके गांव में कर दिया गया। वहीं उपायुक्त मंडी ऋगवेद ठाकुर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सभी निजी स्कूलों को नियमों को पूरा करने की कड़ी हिदायत दी गई है।
यह भी है जानकारी
दुर्घटना में काल का ग्रास बनी गौरी का शुक्रवार सुबह उसके पैृतक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। गौरी के परिजनों ने और ग्रामीणों ने अपनी नन्हीं परी को रोते बिलखते हुए अंतिम विदाई दी। गौरी के अंतिम संस्कार में जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में लोगों ने बेटी को अंतिम विदाई दी। इस हादसे में गौरी का भाई भी घायल हुआ है और उसका ईलाज मंडी अस्पताल में चला हुआ है। वहीं हादसे में घायल अन्य 11 बच्चों व वैन चला रहे चालक का ईलाज जारी है। मंडी अस्पताल में भर्ती 8 स्कूल छात्र छात्राएं दिन भर दर्द से कहारते रहे। पूरा दिन अस्पताल मेंघायल बच्चों का हाल चाल पूछने के रिश्तेदारों का जमघट लगा रहा। उधर, शिमला रैफर की गई एक घायल छात्रा साक्षी की भी हालत में अब सुधार हुआ है। जबकि दो बच्चों का ईलाज हमीरपुर अस्पताल में जारी है।
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