वी कुमार /मंडी
हिमाचल पुलिस के डीजीपी सीता राम मरडी का कहना है कि प्रदेश में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी दर्ज की जा रही है जोकि प्रदेश के लिए सुखद बात है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय कहीं न कहीं गुडि़या हैल्पाईन को भी दिया जा सकता है। यह बात उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कही। सोमवार को डीजीपी ने सेंट्रल रेंज के एसपी, एएसपी, डीएसपी और एसएचओ स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की और कानून व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद वे पत्रकारों से मिले और उनके सवालों के जबाव दिए। डीजीपी ने बताया कि गुडि़या हैल्पाईन शुरू होने के बाद प्रदेश में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मर्डर और अटेम्प्ट टू मर्डर के केस अभी भी अधिक हैं और पुलिस इन्हें भी कम करने की दिशा में कार्य कर रही है।
डीजीपी ने कसौली गोलीकांड में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर हुई कार्रवाही पर बोलते हुए कहा कि यह कार्रवाही डिविजन कमीशनर की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर पुलिस की नाकामी रही है तो पुलिस को आरोपी को पकड़ने में कामयाबी भी मिली है। उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच जारी है और अंतिम रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी होगा चाहे वो विभाग का ही क्यों न हो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
मरडी ने कहा कि अमूमन पुलिस की कार्यप्रणाली का नकारात्मक तरीके से देखा जाता है जबकि पुलिस बहुत से सकारात्मक काम भी जनता के लिए करती है। उन्होंने इस बात को शायराना अंदाज में बोलते हुए कहा कि नजरिया बदलो नजर नहीं गुलाब देखो कांटे नहीं। उन्होने कहा कि नजर बदली जा सकती है लेकिन नजरिया नहीं। यदि किसी ने देखने की कांटे हैं तो उसे गुलाब नजर ही नहीं आएगा।
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