शिमला (एमबीएम न्यूज़) : शोघी डबल मर्डर के आरोपियों नरेश और राकेश को बालूगंज पुलिस की ओर से आज स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस की ओर से कोर्ट में आरोपियों का पांच दिन का रिमांड मांगा गया था लेकिन कोर्ट की ओर से आरोपियों को चार दिन के रिमांड पर भेजा गया है।
रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से हत्या के कारणों, हत्या में प्रयुक्त हथियार और अन्य अपराधियों के इस वारदात में शामिल होने वाले राज उगलवाएगी। शिमला पुलिस बीती रात हत्यारोपियों को लेकर पहुंची थी और इन दोनों को बालूगंज थाने के लॉकअप में रखा गया। पुलिस रविवार शाम चार बजे आरोपियों को पेश करने के लिए कोर्ट ले गई।
बालूगंज थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने कोर्ट द्वारा आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने की पुष्टि की है। बता दें कि शिमला पुलिस 10 घटों में ही आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रही है। प्रारंभिक तफतीश में सामने आया है कि आरोपियों ने लूट के मकसद से जीजा-साला को मौत के घाट उतारा था। बर्बरतापूर्ण तरीके से मारे गए 32 वर्षीय नवीन व 19 वर्षीय चंद्रपाल रिश्ते में जीजा-साला थे और फलोर मिल का ट्रक चलाते थे।
समझा जाता है कि कत्ल के लिए इन्होंने तेजधार हथियार का इस्तेमाल किया था। पुलिस अब रिमांड के दौरान आरोपियों से पता लगाएगी कि हत्या का मकसद लूट ही था कि कुछ और।
दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर…
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के उपरांत हत्यारे भाई बेहद साधारण तरीके से वापस पहुंच गए। नाहन पहुंचने पर फ्लोर मिल के मालिक ने बताया कि नवीन व चंद्रपाल की हत्या हो गई है। बावजूद इसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। मालिक ने भी यही सोचा थक कर आए है, लिहाजा कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दे रहे। ट्रक की चाबियां मालिक को सौंपने के बाद आरोपी अपने गांव कून चले गए।
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के उपरांत हत्यारे भाई बेहद साधारण तरीके से वापस पहुंच गए। नाहन पहुंचने पर फ्लोर मिल के मालिक ने बताया कि नवीन व चंद्रपाल की हत्या हो गई है। बावजूद इसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। मालिक ने भी यही सोचा थक कर आए है, लिहाजा कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दे रहे। ट्रक की चाबियां मालिक को सौंपने के बाद आरोपी अपने गांव कून चले गए।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जब आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो आराम से चैन की नींद सो रहे थे, मानो कुछ हुआ ही न हो। उधर आरोपियों के खिलाफ जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोशल मीडिया में आरोपियों को फांसी की सजा की मांग की जा रही है। यहां तक की एक वीडियो में बेहद आक्रोश दिख रहा है।
करसोग में आटे की सप्लाई छोड़ वापिस नाहन लौट रहे थे। उनके पास दो लाख 31 हजार का कैश था। हत्यारोपी नरेश और राकेश भी उसी फलोर मिल का ट्रक चलाते थे और ये दोनों किंगर से नाहन वापिस आ रहे थे। 1 फरवरी की मध्यरात्रि हत्यारोपियों ने मृतकों से फोन पर बात की और इसके करीब आधे घंटे बाद शीलगांव के समीप एक सुनसान इलाके में दोनों की पीटकर हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपियों ने मृतकों के ट्रक को भी लुढ़काने का प्रयास किया, ताकि इस मामले को सड़क दुर्घटना के रूप में बनाया जा सके, लेकिन इसमें वह सफल नहीं हुए और ट्रक सड़क किनारे एक कोने पर फंस गया। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
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