रिकांगपिओ (जीता सिंह नेगी): शिमला जिला के सुन्नी तहसील के छोटा से गांव भरकंड के सैनिक परिवार में जन्मे रश्मि ठाकुर प्रदेश मे राज्य व अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले उत्सवों मे बतौर महिला एकंर के रूप मे धमाल मचा रही है। बचपन मे ही पिता का साया उठ गया था। पिता की याद को अभी भुलाया भी नही था कि मां भी स्वर्ग सिधार गयी। मां-बाप का साया उठने के बाद भी रशिम ठाकुर कभी होंसला नही हारी।
उन का लक्ष्य आर्मी मे जाना था। मगर बचपन से ही स्कूल स्तर से महाविद्यालय स्तर, एसीसी, स्पोर्ट्स आदि अवसर पर एकंर का कार्य कर चुकी रश्मि ने इसे अपने प्रोफेशन के रूप में देखा व इसे आज भी कायम रखा है। राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव को बातौर तीसरी बार एकंर करने पहुंची रश्मि ठाकुर ने कहा कि लोकसंपर्क विभाग, भाषा कला एंव सांस्कृति विभाग व आकाश वाणी के माध्यम से एंकरिंग कर चुकी है।
उन्होने कहा कि प्रदेश मे होने वाली राज्य व अतंराष्ट्रीय स्तर के उत्सव चाहे वह अंतराष्ट्रीय मेला कुल्लू दशहरा, रामपूर लवी मेला, मंडी शिवरात्री, समर फेस्टिवल शिमला, रेणुका मेला, मिंजर मेला, किन्नौर का किन्नौर उत्सव मे एकंर के रूप मे धमाल मचा चुकी है। उन्होने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड अवसर पर दिल्ली में एनसीसी कमांडर के रूप मे प्रदेश का नेतृत्व कर चुकी है। पहाडी एलबम मुस्कराहट में भी आवाज दी चुकी है। उन्होने कहा कि किन्नौर के शांत वातावरण में आकर सुकून महसूस करती हुं। यंहा के लोग सरल, शांत व मैत्रीपूर्ण है।