ऊना (एमबीएम न्यूज) : आईपीएस संजीव गांधी की टीम को बडी कामयाबी मिली है। ऐसी रोंगटे खड़े कर देने वाली बात का खुलासा किया है, जिसे सुनकर हर किसी की रूह कांप जाए। एक ऐसी गुनाहगार को शिकंजे में लिया गया है, जिसने पहले 14 साल के बच्चे को मौत के घाट उतारा। फिर पंजाब के नवांशहर पहुंच कर 12 साल के बेटे व उसकी मां को मौत दे दी।
पुलिस सूत्रों के मुुताबिक वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी ने हैवानियत की सारी सीमाएं लांघ दी थी। तिहरे हत्याकांड के गुनहगार संदीप कुमार उर्फ दीपा (27) को राजस्थान के जयपुर के समीप से काबू किया गया है। 15-16 सितबंर को 14 साल के जसकरण को मौत के घाट उतारने के बाद शव को सीर नाला में फैंक दिया था। इसके बाद 27 सितबंर को आरोपी संदीप ने मृतक बच्चे की मां जसपाल कौर (34) व भाई दिलप्रीत (12) को पंजाब के नवांशहर में मौत के घाट उतार दिया गया।
27 साल का हत्यारा बेहद शातिर बनने की कोशिश कर रहा था। मोबाइल नंबर बदलने के अलावा इंटरनेट कॉलिंग से इधर-उधर बात करता था, मगर बंगाना पुलिस की टीम भी पूरी तरह से यह ठान चुकी थी कि गुनाहगार को सलाखों के पीछे पहुंचाना है। जांच के दौरान पंजाब पुलिस से संदीप कुमार के मोबाइल नंबर मिले। लगातार नौ दिन तक गांधी की टीम गुनाहगार का पीछा करती रही। आखिर में वही हुआ, जो कहा जाता है-कानून के हाथ लंबे होते हैं। 27 साल के आरोपी को लेकर पुलिस वापस पहुंच चुकी है। ऊना की बंगाना पुलिस को एक हत्या के आरोप में संदीप की तलाश थी, वहीं पंजाब की नवांशहर पुलिस को 12 साल के बच्चे व उसकी मां के हत्यारे को गिरफ्तार करना था।
उधर एसपी संजीव गांधी का कहना है कि आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। पुलिस रिमांड में लेकर हत्या की वजह पूछी जाएगी। साथ ही इन हत्याओं में इस्तेमाल किए गए हथियार का भी पता लगाया जाएगा। गांधी ने कहा कि करीब नौ दिन से टीम द्वारा आरोपी का पीछा किया जा रहा था। हर रोज लोकेशन बदल रहा था। उन्होंने बताया कि बंगाना पुलिस ने 14 साल के बच्चे की हत्या का मामला 16 सितंबर को आईपीसी की धारा-302 के तहत दर्ज किया था।