कुल्लू (नीना गौतम): जनजातीय जिला लाहुल स्पीति के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के तेवर बेहद कड़े दिखे। इस दौरान उन्होंने लापरवाह अधिकारियों को भी नहीं बक्शा। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जाहलमा स्कूल के प्रधानाचार्य सहित शिक्षा उप निदेशक लाहुल-स्पीति को सस्पेंड कर दिया है। प्रधानाचार्य को जहां स्कूल के निरीक्षण के दौरान मौके पर ही सस्पेंड किया वहीं, उप निदेशक शिक्षा विभाग को केलांग आकर छुट्टी दे दी है।
इस दौरान जनसभा में मुख्यमंत्री ने आक्रामक रूख दिखाते हुए कहा कि स्टेट का हैड मैं हूं और शिक्षा मंत्री भी मैं हूं जो अधिकारी स्टेट हैड और शिक्षा मंत्री की ही नहीं सुनता है उसे अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। लिहाजा, जाहलमा स्कूल प्रकरण की गाज स्कूल के प्रधानाचार्य के बाद शिक्षा उपनिदेशक पर गिर गई है। मुख्यमंंत्री ने हालांकि इस मसले को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य को शुक्रवार को ही सस्पैंड कर दिया था लेकिन शनिवार को इसकी गाज शिक्षा उप निदेशक पर गिर गई है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिक्षा उप निदेशक को सस्पैंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं। ये आदेश डयूटी में कोताही बरतने पर किए गए हैं।
मामला यह है कि मुख्यमंत्री के लाहुल प्रवास के दौरान कुछ लोगों ने जाहलमा स्कूल की व्यवस्था और अध्यापकों के व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री को शिकायत की थी जिसके चलते मुख्यमंत्री ने स्कूल का निरीक्षण करने की बात कही थी और इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्कूल भवन निर्माण का भी निरीक्षण करना था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जाहलमा स्कूल के नए बन रहे भवन का निरीक्षण करना था, लेकिन स्कूल के प्रधानाचार्य स्कूल बंद कर चले गए। जब मुख्यमंत्री को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत लापरवाही बरतने वाले प्रधानाचार्य को को संस्पेंड करने का निर्णय लिया।
भले ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह लाहुल-स्पीति के प्रशासन के पहले ही खफा दिखे और उन्होंने प्रशासन की दिन के समय भी क्लास लगाई थी। मुख्यमंत्री ने लाहुल-स्पीति के शिक्षकों को निर्देश् दिए हैं वह स्कूल की विभिन्न गतिविधयों पर ध्यान दें और बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करें। इस निरीक्षण को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षा उप निदेशक को इस बारे में जानकारी दी गई थी लेकिन जब मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे तो स्कूल के गेट पर ताला लगा हुआ था। जिसके चलते मुख्यमंत्री ने स्कूल के प्रधानाचार्य को मौके पर ही सस्पैंड करने का निर्देश जारी किए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने दूसरे दिन इस प्रकरण को लेकर डयूटी में कोताही बरतने के मामले में शिक्षा उप निदेशक लाहुल स्पीित को भी सस्पैंड कर दिया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मैं प्रदेश का हैड हूं और मुख्यमंत्री के साथ साथ शिक्षा मंत्री भी हूं। ऐसे में मैं कभी भी किसी भी वक्त कहीं भी निरीक्षण कर सकता हूं और जो डयूटी में कोताही बरते उसे सस्पैंड करने का भी मेरे पास अधिकार है। उन्होंने कहा कि इस तरह डयूटी में कोताही बरतने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बक्शा जाएगा, चाहे वे शिक्षा के क्षेत्र में हो या फिर किसी दूसरे विभाग के अधिकारी, कर्मचारी हो।