नेरचौक (अमीता सेन): शुक्रवार दोपहर आए आधे घंटे तक चले भयंकर तुफान व ओलावृष्टि ने लोअर बल्ह में तबाही मचा दी। देापहर करीब 3 बजे आए इस भयानक तुुफान व ओलावृष्टि ने बल्ह के किसानों की दिन रात की मेहनत पर पानी फेर दिया। तुफान ने उनकी तैयार नगदी खड़ी फसलों को चंद मिनटों में ही तबाह कर उनकी कमर तोड़ दी।
बल्ह के डडौर, ढाबण, टांवा, स्यांह, कुम्मी, गागल, राजगढ़, नलसर, बग्गी, लोहारा, भयूरा बाल्ट, रत्ती सहित अन्य क्षेत्रों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज ओलावृष्टि होने से टमाटर, खीरे आदि नगदी फसलों में पडे फूल पूर्ण रूप से नष्ट हो गए साथ ही जो भी तैयार टमाटर व खीरे थे, वह भी ओलों की चपेट में आने से खराब हो गए।
वहीं डडौर में सावित्री सेन के घर की चार दिवारी पर दो पापुलर के पेड़ गिर गए, जिससे लोहे की चादरों से बनाई चारदिवारी को नुक्सान पहुंचा है। भारी बारीश व तुफान से किसानों के सपनों व मेहनत पर पानी फिर जाने से राजगढ़ के गोविंद राम शास्त्री, गगन जुबलानी, कृष्ण चंद, मोहन राम, परम देव, ओम चंद, रिंकू, अबू गुलेरिया, नलिन, गगन, पालाराम डडौर के अमी चंद, महेश्वर, प्रकाश चंद, जगदीप, विनोद कुमार,विरेंद्र, खुब राम. शशी कुमार, कंसा के हेत राम, प्रकाश चंद, पूर्णचंद, प्रवीण आदि किसानों का कहना है कि इस मर्तबा तो मौसम ने ऐसी मार मारी है, जिससे हम गरीब किसानों की कमर ही तोड़ दी। बीज पर हुआ खर्चा तक भी पुरा नही हो सकेगा।
कोट्सरू बल्ह क्षेत्रों में आए तुफानए बारिश व ओलावृष्टि से हुए नुक्सान का आंकलन करने के लिए संबंधित हल्के के राजस्व कर्मचारियों को फसल खराबा का आंकलन करने हेतु निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कृषि फसल बीमा योजना व राहत नियमावली के अनुसार प्रभावित किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा।
-जय गोपाल शर्मा तहसीलदार बल्ह