शिमला (एमबीएम न्यूज़) : सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर दृष्टिहीन संघ की
प्रदेश इकाई ने आज आमरण अनशन शुरू कर दिया है। शिमला में कालीबाढी के समीप वर्षाशालिका में अनशन पर बैठे संघ के सदस्य पिछले 148 दिनों से यहां भूख हड़ताल कर रहे थे, लेकिन मांगे पूरी न होने पर इन्होंने आमरण अनशन पर जाने का फैसला लिया है।
संघ के अध्यक्ष रतन चंद ने बताया कि उनकी मांग सरकारी नौकरियों में एक फीसदी आरक्षण की है। उन्होंने कहा कि मांगों पर सरकार जरा भी गंभीर नहीं है और अब उनके पास सिर्फ आमरण अनशन का ही विकल्प बचा है। पिछले पांच महीनों से संघ का धरना चल रहा है। लेकिन सरकार और उसके अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है।
इसलिए संघ ने फैसला लिया है कि जब तक हमें एक प्रतिशत आरक्षण के तहत जो कि काडर सटरैंथ का एक फीसदी है। इसके अंतर्गत स्थायी नियुक्तियां नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आमरण अनशन के दौरान कोई भी अप्रिय घटना घटती है, तो उसके लिए सरकार व प्रशासनिक तंत्र उत्तदायी होगा।