नाहन : गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुके डॉ रितेश आर्य द्वारा इस बार विश्व जल दिवस को अनुठे अंदाज में मनाया गया। इसमें जल ऊर्जा व मानव स्वास्थ्य के सदस्यों द्वारा भी सहयोग प्रदान किया गया। दरअसल रविवार को जल दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ की सुखना लेक से हिमाचल की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील श्री रेणुका जी के बीच 125 किलोमीटर की दूरी को सुनील शर्मा द्वारा पदयात्रा से नापा गया।
इसका मकसद पहाड़ी झीलों को संरक्षण प्रदान करना था, ताकि इन झीलों को प्रदूषण मुक्त व अतिक्रमण से बचाया जा सके। सुनील ने अपनी पदयात्रा सुखना लेक से रविवार सुबह सवा 6 बजे शुरू की थी। अल्ट्रा मैराथन दौड़ को रविवार सुबह भूगर्भ विभाग के अध्यक्ष ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रथम चरण में चंडीगढ़ के विवेक हाई स्कूल के आठ वर्षीय छात्र अदितीय आर्य ने भी 6 किलोमीटर की पदयात्रा सुनील शर्मा के साथ की।
इसके अलावा आईटीबीपी के सब इंस्पेक्टर जेडी अंदु व सुशील कुमार ने भी रामगढ़ तक सुनील शर्मा का साथ दिया। रामगढ़ से कालाअंब तक अकेले ही सुनील शर्मा दोपहर एक बजे कालाअंब पहुंचे, जहां पर एलआईसी के शाखा प्रबंधक अजय गुप्ता ने धावक सुनील का स्वागत किया। पंजाब विश्वविद्यालय के प्रो. नरेश तूली के अलावा केवल शर्मा (पीजीआई चंडीगढ़) व डॉ गोपाल शर्मा ने भी इस स्पर्धा को प्रोत्साहित करने में अपना योगदान दिया। देर शाम रेणुका जी के वन मंडल अधिकारी ने शर्मा का श्री रेणुका जी पहुंचने पर स्वागत किया।