सोलन (एमबीएम न्यूज): जिला सोलन से ताल्लुक रखने वाली बेटियां निरंतर क्षेत्र व प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। कंडाघाट क्षेत्र की दो बेटियों ने जहां साइबेरिया में कथक नृत्य प्रस्तुत कर अपनी प्रखर प्रतिभा का लोहा मनवाया है,वहीं अब कंडाघाट क्षेत्र की ही एक अन्य बेटी का चयन भारतीय खो-खो टीम में हुआ है। इस युवती का भारतीय खो-खो की मुख्य टीम में चयनित होने से जहां प्रदेश का राम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन हुआ है, वहीं हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों के लिए भी गर्व की बात है।
वाकनाघाट की नीलम ऐसी पहली खिलाड़ी बन गई है, जोकि खो-खो टीम से राष्ट्रीय टीम से खेलेंगी। वह 12वीं साउथ एशियन गेम 2016 में भारत की टीम में खेलेगी, जो 6 फरवरी से गुवाहाटी (असम) में शुरु होगी। इससे पूर्व वह भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा साई पश्चिम केंद्र गांधी नगर गुजरात में 28 दिसंबर से 18 जनवरी 2016 तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कोचिंग कैंप में भाग लेगी। नीलम का चयन राष्ट्रीय टीम में होने से हिमाचल प्रदेश खो-खो संघ में भी खुशी की लहर है। नीलम इससे पूर्व अंतर विश्वविद्यालय, वरिष्ठ राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिताओं में खेल चुकी है और देवभूमि हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी है।
उधर हिमाचल प्रदेश खो-खो एसोसिएशन के महासचिव देवीदत्त तनवर, प्रेस सचिव अमित डोभाल ने खुशी जाहित करते हुए बताया कि नीलम हिमाचल प्रदेश की प्रथम महिला खिलाड़ी हैं, जिसका चयन राष्ट्रीय कोचिंग कैंप के लिए हुआ है। नीलम के चयन पर खो-खो संघ के सभी पदाधिकारियों ने खुशी जाहिर की है और उसे शुभकामनाएं दी हैं। वहीं नीलम के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बेटी की इस उपलब्धि पर नीलम के परिजन खुशी से झूम उठे हैं और उन्हें अपनी लाडली पर नाज है।