कुल्लू (एमबीएम न्यूज): पुलिस ने एक माह के भीतर प्राचीन मूर्तियों की चोरी के रहस्य से पर्दा उठा दिया है। बंजार उपमंडल के दुर्गम क्षेत्र में स्थित लोमेश ऋषि मंदिर से 6-7 दिसंबर की रात मूर्तियां चोरी हो गई थी। इसमें दो मूर्तियां प्राचीन हैं, जबकि दो मूर्तियां 1991 की हैं। पुलिस प्राचीन मूर्तियों की कीमत को लेकर अपने स्तर पर कोई पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन कारदार संगत राम के बयान के मुताबिक प्राचीन मूर्तियों की कीमत 6 करोड़ रुपए है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को बीते कल सूचना मिली थी कि मंदिर के समीप ही 200 मीटर की दूरी पर मूर्तियां पड़ी हैं। फौरन ही विशेष टीम गठित कर पड़ताल शुरू कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने दो व्यक्तियों शेर सिंह व श्याम लाल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एक ओर व्यक्ति को हिरासत में लिए जाने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक एक संभावित आरोपी कुल्लू में सब्जी मंडी में दुकान चलाता है, जबकि दूसरे का ताल्लुक उसी क्षेत्र से है, जहां से मूर्तियां चोरी हुई थी। बताया जा रहा है कि प्राचीन मंदिर तक पहुंचने के लिए दो घंटे का समय बंजार से लग जाता है।
सनद रहे कि सराज पंचायत के ढिओ गांव के अधिष्ठाता देवता लोमेश मंदिर ऋषि की अष्टधातु की मोहरें ‘मूर्तियां’ कल बरामद कर लिए गए थे। बताया जा रहा है कि मुख्य अष्टधातु का मोहरा लगभग 400 साल पुराना है।
एसपी पदम ठाकुर ने मूर्तियों की बरामदगी की पुष्टि करते हुए कहा कि दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि कारदार के बयान के आधार पर ही कीमत आंकी जा रही है।