ऊना (एमबीएम न्यूज़) : प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में काले धन को सफेद करने का गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है, इसका खुलासा एक ऑडियो के सोशल मीडिया में वायरल होने से हुआ है। जिसमें एक बैंक कर्मी, मंदिर कर्मचारी व अधिकारी की बातचीत रिकॉर्ड बताई जा रही है।
ऑडियो में नोट बदलने को लेकर चर्चा हो रही है जबकि एक कर्मी द्वारा ऐसा न करने पर उससे अधिकरी की तीखी नौक झौंक भी हुई है, मामला सामने आते ही डीसी विकास लाबरू ने एसडीएम अंब सुनील वर्मा को जांच के दिए है तथा मन्दिर अधिकारी और अतिरिक्त मन्दिर अधिकारी को चढावे की गिनती से हटाकर एसडीएम की देखरेख में गिनती प्रक्रिया करवाने का निर्णय लिया है।
काले धन वालों की नजर अब प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में चढ़े चढ़ावे से अपने 500-1000 के बदलने की ओर है। चिंतपूर्णी मन्दिर में भक्तों द्वारा मां के चरणों में अर्पित किए गए चढ़ावे से काला धन सफेद करने की कोशिश का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मंदिर में कथित तौर पर एक हजार व पांच सौ के नौटों के बदले छोटी करेंसी बदलने की कोशिश की गई लेकिन मंदिर के ही एक कर्मचारी द्वारा विरोध जताने पर सारी कोशिश नाकाम हो गई।
इस सारे घटनाक्रम का ऑडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें एक बैंक कर्मी, मंदिर कर्मचारी व एक अधिकारी की बातचीत रिकॉर्ड बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक मंदिर के चढ़ावे के पैसों से 1 लाख 31 हजार रुपए बदले जाने की बात की जा रही है। ऑडियो में कर्मचारी इस पूरे प्रकरण पर एतराज जता रहा है, जबकि दूसरे पक्ष की ओर से इस मामले में दबाव बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि करेंसी बदलने के लिए अधिकारियों द्वारा चढ़ावे की नई डिटेल बनवाई गईए, लेकिन मंदिर के ही एक कर्मचारी के विरोध के चलते बात सिरे नहीं चढ़ पाई।
इस वाकया को मंदिर के चढ़ावे में सुरक्षा पर सीधी सेंध माना जा सकता है। माना जा रहा है कि एक दिन में अगर चढ़ावे के लाखों रुपये एक्सचेंज हो रहे हैं तो आरबीआई द्वारा तय अवधि तक करोड़ों की पुरानी करेंसी ठिकाने लगाई जा सकती है। बैंक कर्मी भी मंदिर प्रशासन के इशारों पर कुछ भी करने को तैयार लग रहे हैं। इस मामले को लेकर मंदिर के उक्त कर्मचारी व संबंधित अधिकारी के बीच काफी नोंक.झोंक भी सुनाई दे रही है ।
डीसी विकास लाबरू ने मामला सामने आने के वाद एसडीएम अंब सुनील वर्मा को जांच का जिम्मा सौंपा है, वहीँ मंदिर अधिकारी और अतिरिक्त मंदिर अधिकारी को चढावे की गिनती से हटा दिया गया है । एसडीएम सुनील वर्मा ने मंदिर पहुंचकर प्राथमिक जांच शुरू कर दी है ।