सोलन, 23 जून : अधिष्ठात्री देवी मां शूलिनी (Maa Shoolini) में अपार श्रद्धा एवं विश्वास का प्रतीक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय “मां शूलिनी मेले” का शुक्रवार को हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ शुरू हुआ। मेले में पारम्परिक एवं रंग-बिरंगे परिधानों में सैंकड़ों लोग प्रसिद्ध मां शूलिनी मन्दिर (Shoolini Temple Solan) में एकत्र हुए और मंगलमयी शोभायात्रा में भाग लिया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनी राम शांडिल ने पुरानी कचहरी में मां शूलिनी की सुसज्जित पालकी की अगुवाई की। उन्होंने इस अवसर पर मां के समक्ष शीश नवाया और सभी के सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने पवित्र शोभायात्रा में भी भाग लिया। उन्होंने बघाट बैंक से माँ की पवित्र पालकी पर पुष्प वर्षा भी की।
मेले के दौरान विभिन्न स्थानों पर तीन दिनों तक भण्डारे भी आयोजित किए जाते हैं। इन तीन दिनों तक सोलन शहर भक्ति रस से ओत-प्रोत रहता है। राज्य स्तरीय माँ शूलिनी मेला अपने ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। इससे पूर्व आज प्रातः माँ शूलिनी की पूजा एवं हवन के साथ मेले का विधिवत शुभारम्भ हुआ। स्वास्थ्य मंत्री इससे पूर्व दुर्गा क्लब सोलन में लगभग 05 लाख रुपये की लागत से निर्मित टेनिस लाउंज का लोकार्पण भी किया।
इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव शहरी नियोजन, उद्योग एवं राजस्व राम कुमार, मुख्य संसदीय सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण विभाग तथा सूचना एवं जन सम्पर्क संजय अवस्थी, नगर निगम की महापौर पूनम ग्रोवर, उप महापौर राजीव कौड़ा, पार्षदगण, बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिन्द्रा सहाकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव सुरेन्द्र सेठी, ज़िला कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष शिव कुमार, खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कुल राकेश पंत, ज़िला कांग्रेस व्यापार मण्डल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जतिन साहनी, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदाधिकारी, उपायुक्त मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र शर्मा, नगर निगर के आयुक्त ज़फ़र इकबाल, अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित थे।
ये है मान्यता… पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अष्ट धात्री माता शूलिनी को सोलन के राजा बघाट की कुल इष्ट देवी माना जाता है। मान्यता है कि वर्ष में एक बार जून माह में माता शूलिनी अपनी बहन दुर्गा माता से मिलने के लिए जाती है।
दुर्गा माता का प्राचीन स्थान चौक बाजार में है। माता के अपनी बहन से मिलन के तीन दिन के प्रवास के दौरान ही शूलिनी मेले का आयोजन किया जाता था। इस दौरान राज परिवार की उपस्थिति में दुर्गा माता के मंदिर के साथ बने मैदान में विशेष आयोजन खेल प्रतियोगिताएं एवं ठोडा खेल आयोजित किया जाते थे।
कालान्तर में जगह कम होने के कारण मेले का आयोजन अब ठोडो मैदान में किया जाने लगा व राज परिवार की जगह चुने हुए प्रतिनिधियों ने ले ली है । पारंपरिक खेल ठोडा के नाम से बनाए गए ठोडो मैदान में हर वर्ष मेले के दौरान पारंपरिक खेल का आयोजन आज भी यथावत विशेष रूप से आयोजित किया जाता है।
मेले के दौरान लाखो की संख्या में भक्त मां शूलिनी का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं, जिसके चलते मेले मे भारी भीड़ रहती है। मेले के दौरान सोलन मे कही तिल धरने की जगह नहीं रहती।