नाहन (एमबीएम न्यूज): महामाया बालासुंदरी सिद्ध पीठ त्रिलोकपुर में आगामी 13 से 27 अक्तूबर 2015 तक आयोजित होने वाले अश्विन नवरात्र मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई है। डीसी सिरमौर एवं आयुक्त मंदिर न्यास, बीसी बडालिया ने त्रिलोकपुर में अश्विन नवरात्र मेले के प्रबन्धों का जायजा लेने के उपरांत अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान दी। उन्होने कहा कि जिला राजस्व अधिकारी रजनीश कुमार मेला अधिकारी का कार्य देखेंगे।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान माता बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में मंदिर के रास्ते पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी, ताकि मंदिर में दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त असमाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मंदिर परिसर के अतिरिक्त भीड़ वाले क्षेत्रों में 16 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएगे। उन्होंने बताया कि त्रिलोकपुर पंचायतों के वाहन धारकों की सुविधा के लिए मंदिर के साथ बाईपास सडक़ तैयार की गई है। इसके अतिरिक्त मंदिर रास्ते पर न्यास के दो वाहन विशेष परिस्थितियों में आवाजाही के लिए रखे जाएगे।
उपायुक्त ने बताया कि माता बाला सुन्दरी मन्दिर उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठों में से एक है जहां पर नवरात्र पर्व के अतिरिक्त पूरे वर्ष श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है और प्रदेश के अतिरिक्त पडोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व देश विदेश से आए पर्यटक माता के मन्दिर के दर्शन के अतिरिक्त प्रकृति की नैसर्गिक छटा का आनन्द भी उठाते हैं। उन्होंने बताया कि मेले को सुनियोजित ढंग से आयोजित करने तथा श्रद्धालुओं को उचित सुरक्षा प्रदान करने के दृष्टिगत व्यापक प्रबन्ध समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए गए है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से मेले को तीन सैक्टरों में विभाजित किया जाएगा जिसके प्रत्येक सैक्टर में एक मेजिस्ट्रेट एवं एक पुलिस अधिकारी को तैनात किया जाएगा इसके अतिरिक्त पुलिस एवं गृह रक्षक जवानों को विभिन्न स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मेला क्षेत्र में सीसीटीवी भी स्थापित किए जाएंगे जिनकी निगरानी के लिए मेला मजिस्ट्रेट द्वारा एक प्रशिक्षित पुलिस जवान एवं एक अन्य कर्मचारी को तैनात किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान विस्फोटक सामग्री, आग्रेय शस्त्रों को लाने एवं ले जाने के अतिरिक्त नारियल चढ़ाने एवं उंची आवाज में बैंड अथवा ढोल बजाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो प्लाजमा स्क्रीन पर माता के लाईव दर्शन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्दिर परिसर में नियत्रण एवं सूचना केन्द्र स्थापित किया गया है। जहां पर श्रद्धालु अपनी शिकायत को दर्ज करवा सकते हैं।
उन्होने बताया कि मेला परिसर में सफ ाई व्यवस्था के लिए विशेष प्रबन्ध किए गए है। उन्होंने मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, बिजली, खाद्य पदार्थ, एलपीजी सिलैण्डरों की उचित व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त मेले में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया जाएगें, जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने कहा कि मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसों चलाने का प्रबन्ध किया गया है। इस अवसर पर सहायक आयुक्त एवं एसडीएम नाहन टाशी संडूप तथा न्यास के अन्य सदस्य उपस्थित थे।