नाहन (एमबीएम न्यूज): यहां दहकते अंगारों पर महासू देवता के भक्त कूदते हैं, लेकिन मामूली तौर पर नहीं झुलसते। बात हो रही सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की। क्षेत्र में ऋषि पंचमी का बड़ा महत्व है। इस दिन महासू देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना की जाती है। क्षेत्र के लोग वर्ष भर इस त्यौहार का इंतजार करते हैं। लेकिन आस्था के इस त्यौहार में भक्तों को तनिक भी चोट नहीं आती।
अंगारों पर चलने वाले श्रद्धालुओं के अलावा सैंकड़ों लोग आग के खेल को देखने पहुंंचते हैं। माना जाता है कि यह पर्व केवल उन्हीं क्षेत्रों में मनाया जाता है, जहां महासू देवता के मंदिर हैं। पर्व को मनाने की परंपरा क्षेत्र में सदियों से चली आ रही हैं और इसको लोग आज भी बड़ी आस्था से मना रहे हैं। ऋषि पंचमी के दिन सप्तऋषियों की पूजा की जाती है।
गणेश चतुर्थी के एक दिन आने वाले इस त्यौहार का गिरिपार में खासा महत्व है। इसी के तहत महासू देवता के भक्त एक निश्चित समय पर तीन बार आग पर चलने का खेल खेलते हैं। पर्व दो दिन तक चलता है। इसी दौरान गिरिपार क्षेत्र के बियोग, डाहर, गताधार में खूब धूम रही। रात भर पर्व के मौके पर नाच-गाना व पारंपरिक गीतों का दौर चलता रहा।