कुल्लू (एमबीएम न्यूज़) : भाषा एवं संस्कृति विभाग प्रदेश में सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये एक बृहद् एवं व्यापक योजना चला रहा है जिसके अनुसार विभाग द्वारा वर्ष भर सांस्कृतिक दलों को प्रदेश में, प्रदेश से बाहर धार्मिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक अवसरों, मेलों, त्योहारों व विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों हेतु भेजा जाता है। जिला भाषा एवं संस्कृति अधिकारी 17 मई को लाल चन्द प्रार्थी कलाकेन्द्र में प्रातः 11.00 बजे लोकनृत्य प्रतियोगिता करवाई जाएगी। जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया ने बताया कि प्रतियोगिता में जिला कुल्लू के सभी उत्कृष्ट लोकनृत्य दल भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर वर्ष पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर लोकनृत्य प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाती है जिसका उद्वेश्य लोक नृत्यों के पुरातन स्वरूप बनाए रखना, विभिन्न सांस्कृतिक दलों में स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करना तथा प्रदेश के उत्कृष्ट लोक नृत्य दलों का चयन करना है ।
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले लोकनृत्य दलों के लिये विभिन्न मानक निर्धारित किये गए है। लोक नृत्य दलों में नर्तकों की संख्या 20 से अधिक नहीं होगी, जिसमें दल के गायक/वादक/नर्तक सम्मिलित होंगे। लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रदर्शन अवधि 10- 15 मिनट निर्धारित की गई है। प्रतियोगिता में पारम्परिक नृत्य, गीत एवं वादन ही प्रस्तुत किया जाएगा तथा संबंधित दल केवल अपने ही क्षेत्र में प्रचलित नृत्य , गीत एवं संगीत प्रस्तुत करेगा। विभिन्न क्षेत्रों का मिला जुला लोक नृत्य/गायक दल/वादक दल प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेगा। परम्परागत वाद्यों का प्रयोग ही दल विशेष द्वारा किया जाएगा तथा नर्तकों/गायकों/वादकों के परिधान एवं आभूषण परम्परागत एवं मूल होने चाहिये निर्णायक मण्डल द्वारा लिया गया निर्णय अन्तिम व सर्वमान्य होगा।
जिला भाषा अधिकारी ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रहने वाले दलों को विभाग द्वारा ट्राफी प्रदान की जाएगी।प्रथम स्थान प्राप्त लोक नृत्य दल भाषा एवं संस्कृति विभाग हि0 प्र0 द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता में भाग लेगा।