ज्वालामुखी (मोनिका शर्मा) : सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिये देहरा में चल रहे आंदोलन का चौदवां दिन भी सरकार की बेरुखी के साथ ही शुरू हुआ। कल अनशन पर बैठे सुभाष कुमार, जीत लाल, परवीन कुमार को व पूर्व पार्षद संजय शर्मा, नगर परिषद के उपाध्यक्ष मलकीत परमार, स्थानीय व्यापारी चन्दन शर्मा ने जूस पिला कर उनका अनशन समाप्त करवाया और हंस राज चौधरी, मोहित शर्मा संघर्ष को और गति देने के लिए अनशन पर बैठे । शहीद भुवनेश डोगरा के बलिदान दिवस पर भी देहरा और आस पास के लोग, युवा, औरते, बच्चे भी इस मौके पर शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। संघर्ष मोर्चे के लोगों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए उनके देश के लिए बलिदान को याद किया । सुशील शर्मा ने कहा कि हमे भुवनेश डोगरा के बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने देश की खातिर अपना जीवन कुर्बान कर दिया। गोपाल शर्मा ने कहा कि देहरा से हमेशा से ही छिना ही गया है लेकिन अब जब केंद्र सरकार ने अपने और से देहरा को यूनिवर्सिटी प्रदान की जिसमे प्रदेश सरकार का कोई योगदान नहीं है उस पर भी राजनीति हावी हो रही है।
मोर्चा प्रमुख पवन शर्मा ने कहा पूरे उपमंडल की जनता अनशन के 15वें दिन एक विशाल समर्थन मार्च निकाल कर संघर्ष मोर्चे को समर्थन देने आ रही है उसमे आप सभी लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुँच कर अपना समर्थन प्रदान करें। इसी दौरान पिछले 15 दिनों में अनशन पर बैठे लगभग 35 कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है और एसडीएम देहरा के माधयम से राज्यपाल महोदय को ज्ञापन भी सौंपा जाना है। उन्होंने सभी व्यापारी बंधुओं व् आम नागरिकों को भी इसमें शामिल होने का आह्वान किया। इस मौके पर चरणजीत वालिया, चेतन पराशर, करनैल सिंह, महिंद्र सिंह, सुभाष शर्मा, संजय शर्मा, कपिल सूद, शिवेंद्र, रविंद्र कुमार, कश्मीर सिंह, शांति मेहरा, प्रमोद शर्मा, गिरधारी लाल सहित भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाई।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरदेव कंवर ने कहा कि देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर पहले ही बहुत देर हो चुकी है। अब देर होना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देहरा में संस्थान के नाम जमीन दी जा चुकी है। करीब 845 कनाल जमीन आज संस्थान के नाम रेवन्यू रिकार्ड में चढ़ चुकी है व इसके लिये फोरेस्ट क्लीयरेंस भी मिल चुकी है। अगर और जमीन की जरूरत होगी, तो भी लोग और जमीन देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सीयू का एक कैंपस देहरा में बने व दूसरा धर्मशाला में तो भी किसी को भी इसमें कोई एतराज नहीं होगा।