नाहन (एमबीएम न्यूज): प्रदेश की कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण पंचायतों का विकास ठप हो गया है। पंचायतों में कोई भी नया विकास कार्य नहीं हो रहा है। पंचायतों के अलावा ब्लॉक समिति व जिला परिषद के विकास कार्य भी ठप पड़े हैं। यह बात ग्राम पंचायत प्रधान संघ के अध्यक्ष एवं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के कारण त्रिस्तरीय ढांचा गड़बड़ा गया है।
73वें संवैधानिक संशोधन के अनुसार प्रदेश सरकार कोई काम नहीं कर रही है। पंचायत प्रतिनिधियों को काम करते हुए 5 माह का समय हो गया है। मगर विकास कार्य के लिए सरकार पैसा नहीं दे रही है। बलदेव भंडारी ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार की औपचारिकताएं भी पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार मौखिक तौर पर सभी बीडीओ को पैसा खर्च न करने के फरमान दे रही है। कुल मिलाकर प्रदेश सरकार पंचायतों की पावर को स्नैच कर रही है।
भंडारी ने कहा कि पंचायतों के विकास कार्यों के टेंडर नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में भी विकास की गति बिलकुल धीमी हो गई है। केंद्र सरकार पंचायतों में मनरेगा कार्यों के लिए पैसा दे रही है मगर समय पर प्रदेश सरकार केंद्र सरकार की औपचारिकताएं पूरी नहीं कर रही है। ऐसे में लाखों मजदूरों को समय पर अपनी दिहाड़ी नहीं मिलती। जबकि मनरेगा एक्ट के अनुसार मजदूरों को 15 दिन के भीतर मजदूरों को उनकी दिहाड़ी का भुगतान होना चाहिए। जिला परिषद सदस्य विनय गुप्ता ने कहा कि पंचायतों के अलावा ब्लॉक समिति व जिला परिषद सिर्फ बैठकों तक ही सीमित रह गई हैं। बैठकों में विकास की कोई बात नहीं होती। न ही विकास के लिए कोई बजट सरकार से मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि गिफ्ट डीड संबंधी मामले सुलझने के बजाए उलझ रहे हैं। इस कारण पंचायतों में रास्ते तक भी नहीं बन पा रहे हैं। पंचायतें अपने स्तर पर कोई भी काम नहीं करवा पाती। पंचायती कार्यों के लिए भी बीडीसी की इन्वोल्वमेंट जरुरी कर दी है। उन्होंने कहा कि पंचायतों को ऑनलाइन तो कर दिया है मगर कनेक्टीविटी की सुविधा पंचायतों में नहीं है। पंचायतों को अपना कामकाज निपटाने के लिए शहर व कस्बों की ओर रुख करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि पंचायतों के विकास कार्यों में तेजी लाई जाए। पंचायतों को निष्क्रिय करने की बजाए शक्तिशाली बनाया जाए।
इस मौके पर भाजपा जिला प्रवक्ता राकेश गर्ग, पूर्व नप अध्यक्ष संजीव शर्मा, रमेश शर्मा, सराहां पंचायत के प्रधान नरेंद्र व बनाह घिन्नी पंचायत के प्रधान अशोक आदि उपस्थित थे।