सोलन (एमबीएम न्यूज़): केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश में विकास कार्य को लेकर आर्थिक कमी नहीं आने देगी। लोगों का दायित्व है कि वह जनप्रतिनिधियों को विकास को लेकर समय-समय पर सचेत करे। जल संग्रहण का महत्व आज सभी को समझने की जरूरत है, ताकि भीषण जल संकट से उभरा जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र की आंजी मातला पंचायत के धार की बेड़ में ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे अपने उत्तरदायित्व को समझकर उसका सही निर्वहन सुनिश्चित बनाएं, ताकि महात्मा गांधी की ग्रामोदय की अवधारणा को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इसके लिए वचनबद्ध है। नड्डा ने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि शक्ति का असली स्रोत जनता के हाथ में है और विभिन्न स्तरों पर चुने हुए प्रतिनिधि इसके माध्यम से विकास को घर-घर तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत एवं स्वच्छ हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने में सभी पंचायतों को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी। खुले में शौच मुक्त भारत और हिमाचल के सपने को निर्धारित समय में पूरा करना होगा।उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों एवं लोगों से आग्रह किया कि वे वर्षा जल संग्रहण को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं, ताकि पानी की कमी का सामना न करना पड़े। उन्होंने लोगों से पौधारोपण का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी को अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधानों को विद्यालयों के माध्यम से पौधरोपण कार्यक्रम को सफल बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि क्षेत्र की पेयजल योजना के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। जेपी नड्डा ने इससे पूर्व धार की बेड़ में 6 लाख रुपए की लागत से निर्मित शैड का लोकार्पण भी किया। सांसद प्रो.वीरेन्द्र कश्यप ने इस अवसर पर ग्रामोदय से भारत उदय की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्थानीय संपर्क मार्ग के लिए 1.5 लाख रुपए उपलब्ध करवाने की घोषणा की।