हरिपुरधार – मेले के अंतिम दिन लगभग तीन दर्जन कलाकारों ने दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया। मदन झाल्टा, विनोद रान्टा, गीता भारद्वाज व राजेश मलिक आदि प्रमुख कलाकारों के पहाड़ी हिंदी व पंजाबी गीतों के संगम ने पूरे पंडाल को झूमने पर विवश कर दिया। मदन झाल्टा ने ट्रेडियन नाटियां प्रस्तुत करके लोगों को खूब नचाया। झाल्टा ने अपनी एलबम का एक गाना नोरसा मोइना देइय गाकर पूरा पंडाल ही नचा दिया। झाल्टा ने मोरु दी ताजी दासिया बानो दी धुरो धुधथी, बानो रे धारो लाणा ओड़िआई, मारे न लाणा मुंजरा मितरा आदि नॉन स्टॉप नाटियां प्रस्तुत करके लोगों का खूब मनोरंजन किया। झाल्टा की हमें तो लूट लिया मिलके हुस्न वालों ने क्वाली भी लोगों ने खूब पसंद की। विनोद रांटा ने नाचे फुरु ऐ फुरु, नीरु चाली धुमदी, तेरा मेरा प्यार अड़ीय आदि गाने गाए जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया। लोक गायक राजेश मलिक ने पांडा मोरो ना शोणाटा बागो री डालिए, भाणा नेगिया तोगड़ देशे, धियाइणों हिमिएं, नांदे बिलड़ छुटो, जांदी बारी बुलो आमाएं व मेरे जोड़दार कुनण लाला आदि नॉन स्टॉप नाटियां गा कर खूब वाहवाही लूटी। गीता भारद्वाज ने बाशो कांडे री मुरो, बाबा बुलु सिदुआ, नाटियों के अलावा कई हिंदी व पंजाबी गाने गाकर दर्शकों का मनोरंजन किया। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकार भुवन शर्मा व रेखा ठाकुर ने राजिस्थानी नृत्य दारुड़ी पेश करके लोगों का मन मोह लिया। लायक राम देसाइक ने धुधथी नाटी प्रस्तुत करके दर्शकों की तालियां खूब बटोरी। इसके अलावा विवेक मशवान, वीरबल, सुरजन व तारा कमल आदि कलाकारों ने भी प्रस्तुतियां देकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
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