सोलन: लगभग तीन सौ मिलियन वर्ष पुराना जिंको बाईलोबा के दुर्भल दो पौधे बुधवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चायल के परिसर में बच्चों द्वारा हर्बल वाटिका कार्यक्रम के तहत रोपित किए गए। स्कूल के प्रधानाचार्य डाॅ जयंत शर्मा ने बताया कि जिंको बाईलोबा का पौधे चैधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के विशेषज्ञ डाॅ उपेन्द्र शर्मा द्वारा उपलब्ध करवाए गए।
उन्होंने बताया कि जिंको बाईलोबा बहुत पुराना वृक्ष है। जिसका पूरे विश्व में सरंक्षण किया जा रहा है। यह एक जीवित जीवाश्म है। जिसका उपयोग अवसाद, अल्जाईमर, दृष्टिवर्धक, दर्द निवारक, रक्त प्रवाह, हृदय और कैंसर के उपचार के लिए किया जाता है। इस मौके पर राजनैतिक प्रवक्ता जीव विज्ञान प्रकाश शर्मा, प्रवक्ता नीना भारद्वाज, प्रवक्ता प्रताप सिंह सहित अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे ।