ऊना ( एमबीएम न्यूज़ ): जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा 22 मार्च को कन्या पाठशाला के भवन का उद्घाटन करने के करीब एक सप्ताह बाद
ही कब्जे को लेकर घमासान शुरू हो गया है। शिक्षा विभाग का प्राईमरी विंग भवन पर अपने कब्जे को लेकर स्वर मुखर कर रहा है। प्राईमरी विंग ने भूमि पर अपने मालिकाना हक का हवाला देते हुए भवन पर अपना कब्जा जताया है। वहीं दूसरी ओर भवन निर्माण के लिए धन मुहैया करवाने का हवाला देकर उच्च शिक्षा विभाग ने अपना कब्जा होने का दावा किया है।
दोनों विभागों ने भवन परिसर में कब्जा जमाने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों विभागों के कर्मियों व अधिकारियों के खूब तनातनी हुई। विवाद को बढ़ता देख उच्च शिक्षा उपनिदेशक भूप सिंह व एलीमेंट्री के उपनिदेशक हंसराज गुलेरिया ने मौके पर पहुंच कर सभी दलीलों को सुना। अपने-अपने पक्ष पर अड़े विभागों को समझाने का प्रयास जब विफल रहा था, तो दोनों ओर से समझौते के लिए प्लान तैयार किया गया, जिसके मुताबिक भवन की मंजिल को प्राईमरी विंग और उच्च शिक्षा विभाग ने आधा-आधा करने का प्रस्ताव रखा। जिस पर दोनों पक्षों ने सहमति जताकर कन्या पाठशाला के भवन का बटवारा कर समझौता कर लिया।
क्या कहते है उपनिदेशक
उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक भूप सिंह ने कहा कि शहर के बीच राम लीला मैदान में एक तरफ नए बने भवन को लेकर विवाद था। जिसे हल कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण उच्च शिक्षा विभाग ने करवाया है, जबकि भूमि पर मालिकाना हक प्राईमरी विंग का है। उन्होंने कहा कि अब समझौते के तहत भवन को आधा-आधा दोनों विभागों को स्कूल चलाने के लिए सौंप दिया गया है। वहीं दूसरी ओर प्राईमरी विंग के उपनिदेशक हंसराज गुलेरिया ने कहा कि भवन निर्माण की भूमि हमारे नाम है और हमारे पास प्राईमरी स्कूल चलाने के लिए कोई भवन नहीं है। जब स्कूल तोड़ा गया था, तब नए भवन में प्राईमरी विंग को चलाने की बात कही गई थी।