शिमला (एमबीएम न्यूज) : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 9 दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर शुरू हुआ। प्रश्नकाल के दौरान सतापक्ष और विपक्ष के अधिकांश विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की लंबित सड़कों के मसले उठाए।
भाजपा विधायक विक्रम ठाकुर के जसवां-परागपुर हल्के में सड़कों के निर्माण कार्य लटके होने संबंधी सवाल पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र उन हल्कों में शामिल है, जहां अधिकांश कार्य पूरे किए जा चुके हैं और शेष रहे कार्यों को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। वीरभद्र सिंह ने कहा कि बीते 3 वर्ष में जसवां-परागपुर में विधायक विकास निधि के तहत स्वीकृत 12 करोड 17 लाख की धनराशि में से 1 करोड़ 42 लाख रूपये विभिन्न योजनाअें के तहत व्यय किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि जसवा-परागपुर विस हल्के में कुल 239 स्वीकृत कार्य योजनाओं में से 165 योजनाओं का कार्य आरंभ किया जा चुका है, जिनमें से 108 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं तथा 57 कार्य प्रगति पर हैं। 74 योजनाआें का कार्य अभी आरंभ नहीं किया जा सका है।
सड़कों को लेकर भाजपा विधायक सरवीण चौधरी के एक सवाल के जवाब में वीरभद्र ने कहा कि ललेटा-वणु महादेव सड़क तथा मोरच-धडकू सड़क को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक प्राथमिकता द्वारा वर्ष 2012-13 में और वर्ष 2009-2010 में डाला जा चुका है और घरोट गढ सेरा नौरा सडक इस विभाग के तहत नहीं है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि मोरच-धडकू सड़क की डीपीआर की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है और ललेटा वणु महादेव सड़क में वन भूमि आने के कारण इसकी डीपीआर तैयार नहीं की गई है। वीरभद्र सिंह ने विधायक को आश्वसत किया कि जैसे ही वन भूमि की मंजूरी प्राप्त होगी, तब इसकी डीपीआर तैयार कर ली जाएगी।
भाजपा विधायक जयराम ठाकुर ने अपने हल्के सिराज में एससीसीपी योजना के तहत उनके हल्के सिराज में कई सड़कों को शामिल न करने का सवाल उठाया। विधायक का कहना था कि उनके हल्के में कई गांव ऐसे हैं, जिनमें अनूसूचित लोगों की संख्या अधिक है। लेकिन सरकार ने इसे एससीसीपी योजना में शामिल नहीं किया है। मुख्यमत्री वीरभद्र सिंह ने विधायक को बताया कि एससीसीपी योजना के तहत जिन गांवों में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या 40 फीसदी अधिक है और कम से कम 90 लोग अनुसूचित जाति के हैं, ऐसे गांव इस योजना के दायरे में आएंगे। वीरभद्र सिंह ने कहा कि सिराज में 16 सड़कों को एससीसीपी योजना में शामिल किया गया है। इन सड़कों के निर्माण के लिए वितीय वर्ष 2016-17 में 105.50 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। इसमें 32.86 लाख की राशि खर्च की जा चुकी है।