शिमला (एमबीएम न्यूज): राजधानी से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस गंतव्य की तरफ निकली थी। रास्ते में ही बस के बोनट से अचानक धुआं उठने लगा। बस के यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। देखते-देखते ही पूरी बस धूं-धूं कर जलने लगी। तकरीबन 65 प्रतिशत बस पूरी तरह से आग की भेंट चढ़ गई। यात्रियों में घटना से दहशत फैल गई।
खचाखच भरी बस से उतरने को लेकर भगदड़ मच गई। गनीमत यह रही कि इसमें कोई भी यात्री बस से नीचे नहीं गिरा। इक्का-दुक्का लोगों को मामूली चोटें आई हैं। यह बस शिमला से नाल जा रही थी। हालांकि कारणों को लेकर बात जांच के बाद ही सामने आएगी, लेकिन आरोप यह लगा है कि एचआरटीसी प्रबंधन द्वारा खटारा बसों को भेजा जाता है। इससे अक्सर लोग अपने कार्यक्षेत्र में पहुंचने में लेट तो होती ही हैं। साथ ही जान भी जोखिम में पड़ी रहती है।
नाल ग्रामीण विकास समिति ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। समिति के अध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा कि अगर एचआरटीसी प्रबंधन ने खटारा बसों को भेजना बंद नहीं किया तो मजबूरन ही कड़ा रुख अपनाना पड़ेगा।