नाहन (एमबीएम न्यूज़) : 95 साल की उम्र में शुक्रवार सुबह पौने चार बजे स्वतंत्रता सेनानी जगमोहन रमौल ने दुनिया को अलविदा कह दिया है । करीब डेढ़ साल से अस्वस्थ चल रहे रमौल ही वह शख्स थे जिन्होंने शमशेर स्कूल के भवन पर शहर में सबसे पहले तिरंगा फहराने का साहस किया था, इसके लिए उन्हें बेहरहमी से पीटा भी गया था।
संयोग देखिये, 10 मार्च 2009 को ही उनकी पत्नी का निधन सात साल पहले हुआ था व खुद भी 10 मार्च को संसार त्याग दिया। 5 मार्च 2017 को स्वर्गीय रमौल ने 95 साल की उम्र पूरी की थी। अस्वस्थ होने से पहले तक रमौल शहर में सामजिक कार्यो में बेहद सक्रिय रहे। नगर परिषद से सेवानिवृत हुए स्वर्गीय रमौल अपने क्रांतिकारी विचारो के लिए भी जाने जाते थे, सुबह उनके निधन की खबर फैलते ही उन के घर पर लोगो का हजूम उमड़ पड़ा।
अपने पीछे तीन बेटे सुनील,सुधीर व सुबोध रमौल के इलावा दो बेटिया सीमा और पूनम को छोड़ गए है। बेटे सुबोध रमौल जो ज़िला खेल अधिकारी के पद पर तैनात है ने बताया कि दोपहर 12 बजे अंतिम संस्कार का कार्यक्रम है।