मंडी (वी.कुमार) : इस बार देव पराशर ऋषि 22 वर्षों के बाद अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने आ गए हैं। शुक्रवार को देव पराशर ऋषि का काफिला पहुंचा और राज माधव राय मंदिर में जाकर राज माधव राय से मुलाकात की। इससे पहले डीसी संदीप कदम ने देव पराशर ऋषि के पहुंचने पर उनका स्वागत किया और आने के लिए आभार जताया।
बता दें कि 22 वर्ष पूर्व देव पराशर ऋषि उचित मान सम्मान न मिलने के कारण नाराज होकर चले गए थे और शिवरात्रि महोत्सव में शामिल होना बंद कर दिया था। शिवरात्रि महोत्सव का सरकारीकरण होने के कारण देवता को मान सम्मान नहीं मिल पाया था जिस कारण देवता ने आने से मना कर दिया था। इस वर्ष जिला प्रशासन से जोरदार आग्रह के बाद देव पराशर ऋषि ने शिवरात्रि महोत्सव में आने की हामी भरी और शुक्रवार को पहुंचे। बता दें कि देव पराशर ऋषि का कोई रथ नहीं है और उनके दो मुख्य मोहरे महोत्सव में भाग लेने के लिए आए हुए हैं। देव पराशर ऋषि के कारदार बलबीर ठाकुर ने बताया कि देवता के मोहरे राजा के बेहड़े में रखे गए हैं जहां पर लोग आकर दर्शन करने के साथ आशीवार्द प्राप्त कर सकते हैं।
देवता पराशर ऋषि के पहुंचते ही एक विवाद गहराने से बच गया। जैसे ही देवता राज माधव राय से मिलने के बाद राजघराने की तरफ गए तो वहां पर राज माधव राय की पालकी मौजूद नहीं थी, जिस कारण देवता ने राज परिवार से मिलने से इनकार कर दिया। तुरंत प्रभाव से राज माधव राय की पालकी को वहां पर लाया गया और फिर मुलाकात करवाई गई। वहीं देवता के कारदार बलबीर ठाकुर ने बताया कि देवता जाने से पहले शहर की सुखशांति के लिए यज्ञ करेंगे और उपरांत इसके अपने गंतव्य की तरफ रवाना होंगे।