मंडी (वी कुमार) : बीते तीन दिनों से पूरे प्रदेश में जारी डाक्टरों की पैन डाउन स्ट्राईक पर स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर का तीखा बयान आया है। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर का कहना है कि कुछ लोग नेतागिरी करने के लिए पैन डाउन स्ट्राईक का सहारा ले रहे हैं। इन्होंने डाक्टरों को सख्त लहजे में कहा है कि हड़ताल छोड़कर तुरंत काम पर वापिस आओ, नहीं तो कहीं ऐसा न हो कि हाईकोर्ट के आदेशों पर हड़ताल खत्म करनी पड़े।
पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कौल सिंह ठाकुर ने सख्त लहजे में डाक्टरों द्वारा की जा रही पैन डाउन स्ट्राईक को अकारण बताया। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार गंभीर है लेकिन डाक्टर अकारण ही पैन डाउन स्ट्राईक पर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि डाक्टरों की सुरक्षा के लिए गैर जमानती कानून बना दिया गया है और अब इसे बजट सत्र के दौरान विधानसभा में पेश किया जाएगा।
कौल सिंह ठाकुर के अनुसार विधानसभा से मंजूरी मिलते ही इस कानून को मूर्तरूप दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डाक्टरों को यह सोचना चाहिए कि मरीज उनके लिए वीआईपी है न कि मरीजों को ऐसी हालत में छोड़कर पेन डाउन स्ट्राईक की जानी चाहिए। कौल सिंह ठाकुर ने डाक्टरों से हड़ताल को समाप्त करके दोबारा से अपनी सेवाओं को जारी करने की अपील की है।
कौल सिंह ठाकुर ने चेताया कि कहीं एचआरटीसी की तरह हाईकोर्ट से आदेश मिलने पर डाक्टरों को हड़ताल वापिस न लेनी पड़े। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नेतागिरी करने के लिए हड़ताल का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 7 फरवरी को डाक्टरों की स्वास्थ्य विभाग के सचिव के साथ बैठक रखी गई है और यदि उनकी कोई आपति है तो वही इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री से भी मिल सकते हैं।