पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): मामला काफी संवेदनशील है। शिलाई अस्पताल में 26 साल की गर्भवती पानो देवी पत्नी सुरेंद्र निवासी मागनल को कहा गया, गर्भ में शिशु की धडक़न नहीं चल रही है। सामान्य प्रसव का तो सवाल ही नहीं उठता था। केस शिलाई से पांवटा साहिब रैफर कर दिया गया। 108 एंबूलेंस सेवा महिला को लेकर पांवटा की तरफ चल पड़ी।
बोराड के नजदीक महिला को पीड़ा शुरू हो गई। बेहद समझदारी व सावधानी से एंबूलेंस स्टाफ ने प्रसव करवाने का फैसला ले लिया। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिला के परिजन उस वक्त दंग रह गए, जब सामान्य प्रसव में शनिवार सुबह 11:07 बजे स्वस्थ्य बेटे का जन्म हुआ। शिलाई से महिला को साढ़े 9 बजे रैफर किया गया था। मतलब दो घंटे से भी कम समय में स्टाफ ने सूझबूझ का परिचय देकर एक बार फिर अपनी काबलियत की मिसाल पेश की।
जच्चा-बच्चा को पांवटा अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया है। सीएचसी शिलाई की 108 एंबूलेंस के ईएमटी उदय व पायलट गोविंद की काबलियत से पानो को 2 किलो 700 ग्राम वजन के बेटे की किलकारी मिली।