नाहन (रीतिका/ श्वेता) : केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की शहर में धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं। शहर में यहां-वहां न केवल कचरे के ढेर देखे जा सकते हैं बल्कि सरकार के नियमों की धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं।
प्रतिबंधित जगहों पर न केवल कूड़े के ढेर लगाए जा रहे हैं, बल्कि चेतावनी के बाद भी कूड़ा डंप कर दिया जाता है। इससे शहर की सुंदरता को भी ग्रहण लग रहा है। शहर में चिन्हित स्थानों पर कई कूड़ेदान भी रखे गए हैं। बावजूद इसके लोग कूड़ेदानों में कम, बाहर अधिक कचरा फेंक रहे हैं। खुले में कूड़ा फैंकने के कारण बंदरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गलियों में बंदरों ने लोगों विशेषकर बच्चों व बुजुर्गो का आना-जाना मुश्किल कर दिया है। गलियों के हर कोने में कूड़े के ढेर होने से बंदरों का जमावड़ा लग जाता है।
अब लोग गलियों के साथ-साथ मंदिर के समीप भी कूड़ा फैंकने से गुरेज नहीं करते। नगर परिषद इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। शहरवासियों की मांग है कि नगर परिषद शहर के सौंदर्य को देखते हुए सफाई की तरफ सख्त कदम उठाए। गौर हो कि कुछ दशकों पहले शहर देश के सबसे सुंदर कस्बों में शुमार था। शहर की तुलना नगीने से की जाती रही है। लेकिन वर्तमान में हालत बदत्तर हो चुकी है।