हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : आतंकी बुरहान को मौत की नींद सुलाने वाला और कोई नहीं, बल्कि हिमाचली बेटा कैप्टन माणिक शर्मा था। खूंखार आंतकी की मौत के बाद पूरी घाटी में प्रदर्शन हुए थे। लेकिन हिमाचली बेटे ने अपने देशभक्ति के जज्बे को दिखाकर अब इस बहादुरी पर सेना मैडल पाया है। बेटे को मिले इस सम्मान से माता नीना शर्मा व पिता मनोहर शर्मा खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं।
तीन साल पहले सेना में राष्ट्रीय राइफल में बतौर कैप्टन शामिल हुए थे। आतंकी बुरहान की मौत का मामला अंर्तरराष्ट्रीय मीडिया में छा गया था। दीगर है कि आतंकी बुरहान बानी के एनकांउटर चीफ लेफ्टिनेंट माणिक शर्मा थे। इस एनकांउटर टीम के तीन जवानों को सेना मैडल मिला है। कैप्टन माणिक शर्मा के ताया कर्नल के पद से रिटायर हुए है, जिनकी प्रेरणा से ही कैप्टन माणिक भारतीय सेना में भर्ती हुए।
26 साल के कैप्टन माणिक शर्मा जुलाई 2016 में अपनी टीम के साथ उस मकान को घेर लिया था, जिसमें आतंकी बुरहान छिपा हुआ था। जवानों की पहुंचने की खबर लीक होने के कारण सेना को लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा था। लोगों के विरोध के बावजूद कैप्टन माणिक घर का दरवाजा तोडक़र अंदर घुसने में कामयाब रहे थे। अलगाववादियों ने आतंकी को शहीद बताकर सेना के खिलाफ प्रदर्शन किए थे।
देखिए परिवार का जज्बा
कैप्टन माणिक का जन्म फरवरी 1989 में हुआ। माता-पिता का जज्बा देखिए, अपनी इकलौती संतान को देश के हवाले कर दिया। इंजीनियरिंग करने के बाद सितबंर 2011 में माणिक शर्मा बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती हो गए। माता-पिता की इकलौती संतान ने छोटी सी उम्र में एक ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो भारतीय सेना के इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
मुठभेड में कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया जाता है। लेकिन बुरहान वानी सामान्य आतंकी नहीं था। उसने बड़ा जन समर्थन हासिल किया हुआ था। मौत के घाट उतारे जाने के बाद कई दिनों तक घाटी में शांति बहाल नहीं हो पार्ई। माता नीना शर्मा ने अपने बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके बेटे ने जो जिम्मेदारी उठाई है, उसे वह बखूबी निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमीरपुर वीरभूमि के नाम से जाना जाता है तथा यहां के बमसन क्षेत्र से सभी परिवारों से लोग सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने बेटे के उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं तथा बहुत उंचाईयों को बच्चा छूए तथा देश का नाम रोशन करता रहे।
कैप्टन माणिक शर्मा के पिता मनोहर शर्मा ने कहा कि पिता होने के नाते उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। उन्होंने बताया कि उसे बचपन से ही सेना में जाने का शौक था। उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि उनका बेटा आगे भी ऐसे ही निर्भिकता से देश की सेवा करता रहेगा।