नाहन (एमबीएम न्यूज): औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत उद्योगों द्वारा हिमाचली युवाओं को आर्थिक मंदी का हवाला देकर बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। एक महीने के भीतर ही करीब 50 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें युवाओं को कंपनियों से निकाला गया है। यह आरोप सोमवार को भाजयुमो मोर्चा ने पत्रकारवार्ता में लगाए।
भाजयुमो युवा मोर्चा के अध्यक्ष विक्रम वर्मा ने आरोप लगाया है कि उद्योग सरकार द्वारा बनाई गई रोजगार नीतियों का पालन नहीं कर रहे है। कंपनी में 70 प्रतिशत हिमाचली होने चाहिए, जबकि मौजूदा समय में केवल 10 प्रतिशतत हिमाचली ही कंपनियों में कार्यरत हैं। अधिकतर कर्मी यूपी व बिहार के हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों पर नजर रखने के लिए सरकार द्वारा सरकारी व गैर सरकारी समितियां भी बनाई गई हैं, लेकिन वह भी अपना कार्य ठीक से नहीं कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी समितियां भी उद्योगपतियों के साथ मिल चुकी हैं। उद्योगों की लापरवाही के चलते औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण व गंदगी बढ़ रही है। वातावरण लगातार प्रभावित हो रहा है। विक्रम वर्मा ने कहा कि भाजयुमो युवा मोर्चा व युवा मिलकर इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि डीसी सिरमौर को 15 दिन की चेतावनी भी दी गई है।
अगर 15 दिनों में हालत नहीं सुधरी तो युवा मिलकर आंदोलन करेंगें ओर वह तब तक नहीं हारेंगे, जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा।
इस मौके पर मंडल महामंत्री अभिषेक चौहान, सचिव मोहम्मद इस्लाम, मीडिया प्रभारी सौरभ चौहान कार्यकारिणी सदस्य अंकुर बंसल आदि मौजूद रहे।