मंडी (वी कुमार) : भारत सरकार द्वारा रेहड़ी-फड़ी धारकों के लिए बनाए गए स्ट्रीट वैंडर्ज एक्ट को हिमाचल प्रदेश में अभी तक लागू नहीं किया जा सका है जिस कारण यहां के रेहड़ी-फड़ी धारकों को वह सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं जिसके वह हकदार हैं। यही कारण है कि अब प्रदेश भर के रेहड़ी-फड़ी धारक अपने अधिकारों को लेकर लामबंद होने लग गए हैं।
कल यानी रविवार को मंडी में हिमाचल प्रदेश के रेहड़ी-फड़ी धारकों ने मंडी में अपना राज्य सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसमें प्रदेश भर के सभी जिलों के रेहड़ी-फड़ी धारक अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर चर्चा करेंगे। इस बात की जानकारी सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने दी।
शनिवार को कामरेड तारा चंद भवन में सीटू की जिला कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सभी पदाधिकारियों ने भाग लेकर रविवार को होने वाले रेहड़ी-फड़ी यूनियन के राज्य सम्मेलन की तैयारियों को लेकर चर्चा की। सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में टाउन वैंडिंग एक्ट के लागू न होने से रेहड़ी-फड़ी धारकों को अपने अधिकारों से वंचित रहना पड़ रहा है।
कई बार शासन और प्रशासन के पास गुहार लगाने के बाद भी इस एक्ट को लागू करने की तरफ कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार को होने वाले राज्य सम्मेलन में एक्ट को लागू करवाने की दिशा में होने वाले आंदोलनों को लेकर चर्चा की जाएगी।