मंडी (वी.कुमार) : जिला की बल्ह घाटी के नेरचौक कस्बे के साथ लगती पांच पंचायतों के लोगों ने उन्हे नगर परिषद नेरचौक में शामिल करने पर विरोध जताया है। नागचला, भंगरोटू, डडौर, कसारला और मल्थेहड़ पंचायत के लोगों ने सरकार को इस बारे में गौर फरमाने का आग्रह किया है। ग्रामीणों के द्वारा उनकी पंचायतों को नगर परिषद नेरचौक में शामिल करने के विरोध में बनाई समिति के अध्यक्ष युद्ध चन्द सकलानी ने बताया कि नगर परिषद में शामिल होने वाली बल्ह घाटी की पांच पंचायतों में किसान रहते हैं और उनका मुख्य व्यवसाय खेती करना ही है।
उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को नगर परिषद में शामिल करने से परेशानियों के अलावा और कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि गांवों के इलाकों को नगर परिषद में शामिल करने से किसानों को सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रहना पड़ेगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि यहां की वास्तविक स्थिति को देखते हुए नेरचौक नगर परिषद के दायरे से नागचला, भंगरोटू, डडौर, कसारला और मल्थेहड़ पंचायतों को बाहर किया जाए।
बता दें कि बीते वर्ष नेरचौक को नगर परिषद का दर्जा दिया गया और यहां पर चुनाव करवाए गए। उम्मीदवारों ने नामांकन भरकर विरोध स्वरूप सामुहिक रूप से नाम वापिस ले लिए जिसके कारण 11 में से मात्र 4 पार्षद ही चुने जा सके। अब नेरचौक नगर परिषद 7 वार्डों के उपचुनाव करवाए जा रहे हैं जिसके लिए उम्मीदवारों में भी भारी जोश देखने को मिल रहा है। चुनाव 29 जनवरी को होगा।