काँगड़ा (एमबीएम न्यूज) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने नूरपुर में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए नूरपुर के चौगान स्थित खेल मैदान का नाम शहीद वजीर राम सिंह पठानिया स्टेडियम रखने की घोषणा की। शहीद पठानिया हिमाचल प्रदेश के वीर योद्धा थे, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए ब्रिटिश सेना के साथ लोहा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्टेडियम को विभिन्न खेलों के लिए विकसित किया जाएगा जिससे विशेषकर युवा लाभान्वित होंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि खेल मैदान के विकास के लिए धनराशि की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा क्योंकि राज्य सरकार खिलाड़ियों को अत्याधुनिक खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है।
उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में खेल अधोसंरचना विकसित करने पर 59 करोड़ रुपये तथा विभिन्न खेल गतिविधियों को आयोजित करने पर 8.32 करोड़ रुपये व्यय किए गए। वर्तमान राज्य सरकार ने इस अवधि के दौरान युवा गतिविधियों के प्रोत्साहन पर 5 करोड़ रुपये से भी ज्यादा व्यय किए हैं।
वीरभद्र सिंह ने नूरपुर क्षेत्र में खेल गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए अखला मौरी, कोपरा, गरली खड्ड, सुलयाली, कदरोह तथा कमनलोह में खेल मैदानों को विकसित करने तथा लम्बा नाला में कुशती अखाड़ा बनाने के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले समय में नूरपुर क्षेत्र के युवा राज्य के लिए सम्मान अर्जित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों में 85 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को रोजगार प्रदान किया गया है। दक्षिण कोरिया में आयोजित किए गए 17वें एशियन खेलों के पांच अन्तरराष्ट्रीय मेडल विजेता, जिनमें स्वर्ण पदक के लिए अजय ठाकुर, पूजा ठाकुर तथा कविता, रजत पद के लिए विजय कुमार और कांस्य पदक के लिए समरेश जंग को नगद पुरस्कार दिए गए हैं। स्वर्ण पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये प्रत्येक को, जबकि रजत पदक विजेता को 10 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेता को 6 लाख रुपये प्रदान किए गए।