कुनिहार (एमबीएम न्यूज़) : यहां लोगों की परेशानी नोटबंदी के कारण दोगुना है। पहले नोट लेने के लिए एटीएम व बैंकों की कतारों में खड़ा होना पड़ता है।फिर स्वास्थ्य खराब हो जाए तो अस्पताल में चैकअप के लिए लाइन में खड़े होकर घंटों इंतजार करना पड़ता है। मतलब साफ है, नोट निकालने व चैकअप करवाने के लिए पूरा दिन चाहिए। नोटबंदी केंद सरकार ने की है तो यहां अस्पताल में स्टाफ की कमी, राज्य सरकार की देन है।
सिविल हॉस्पिटल कुनिहार में चिकित्सकों की कमी के चलते लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हॉस्पिटल मात्र एक चिकित्सक के सहारे चल रहा है। कभी- कभी डेपुटेशन पर अर्की, डुमेहर या भूमति से चिकित्सक कुनिहार सिविल हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दे रहे है, लेकिन उनकी ये सेवाएं नाकाफी है। जिसके चलते लोगो को इलाज के लिए सोलन, शिमला व चंडीगढ़ का रुख करना पड़ रहा है व निजी क्लीनिको में महंगी दरों पर इलाज करवाना पड़ रहा है।
यहां आपको बता दे कि पिछले करीब 3 महीनों से हॉस्पिटल में चिकित्सको की कमी चल रही है। पहले रोजाना हॉस्पिटल में करीब 250 से 350 की ओपीडी रहती थी, वहीं अब आलम ये है कि चिकित्सको की कमी के चलते आज ओपीडी भी 100 के करीब रह गई है। कुनिहार हॉस्पिटल में लोगो की सुविधा के लिए लेब, एक्स रे, ईसीजी अल्ट्रा-साउंड सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध है परन्तु अधिकतर मशीनों को ओपरेट करने वाले कर्मचारीयो के न होने से लाखों की मशीनें भी धूल फांक रही है।
सिविल हॉस्पिटल कुनिहार में 6 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें से केवल एक डॉ हॉस्पिटल में 24 घण्टे अपनी सेवाएं दे रहा है। आपातकाल में हॉस्पिटल में फर्स्ट एड तो मिल जाता है, परंतु अक्सर मरीज को शिमला या सोलन के लिए रेफर कर दिया जाता है। पट्टा बरौरी, डुमेहर, दिग्गल, जाडली, गमबर पुल, मान आदि के लिए कुनिहार हॉस्पिटल एक केंद्र बिंदु है। वंही कुनिहार विकास सभा के प्रधान धनी राम तनवर, गोपाल पंवर, बलवीर चौधरी, विनोद जोशी, दीप राम ठाकुर, ज्ञान ठाकुर, भागमल तनवर आदि का कहना है कि कुनिहार के साथ लगती 15 पंचायतों के लोग भी स्वास्थ्य लाभ के लिए इसी हॉस्पिटल पर निर्भर है।
विकास सभा कुनिहार ने भी डॉ की कमी के मुद्दे को प्रदेश के मुख्य मंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष लिखित रूप से उठाया है और प्रदेश सरकार से हजारों लोगो को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने वाले सिविल हॉस्पिटल कुनिहार में चिकित्सकों के रिक्त चल रहे पदों को जल्द भरने की मांग की है।
वहीं जब इस बारे में बीएमओ अर्की टीसी नेगी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस बारे में सरकार व उच्च अधिकारियों को लिखित रूप में दिया गया है। अभी चिकित्सको की कमी को पूरा करने के लिए तहसील अर्की के विभिन्न क्षेत्रों से चिकित्सको की ड्यूटी लगाई जा रही है।