मंडी (वी कुमार ): हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला पुलिस द्वारा लग्जरी वाहनों को चुराने और फिर उनके फर्जी नंबर बनाकर उन्हें बेचने के मामले में जो चर्चाएं चल रही थी, शुक्रवार को वह सही साबित हो गई। इस पूरे मामले में जिला पुलिस के जिन अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम सामने आ रहे थे उनमें से एक पर गाज गिर गई है। एसपी मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने हैड कांस्टेबल अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है। एसपी मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है। कार चुराने और फिर फर्जी नंबर डालकर उन्हें बेचने के आरोप उक्त पुलिस कर्मी पर भी लगे थे। जब यह पुलिस कर्मी पीओ सेल का इंचार्ज था तो उस वक्त इन्होंने इस पूरे मामले की जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया था। साथ ही जब यह कभी जांच के लिए प्रदेश से बाहर जाता था तो खुद को डीएसपी बताता था। इन्हीं सब आरोपों को ध्यान में रखते हुए एसपी मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने जांच के आदेश दिए थे। इन आरोपों के सही पाए जाने के बाद भी पुलिस के कुछ आला अधिकारी इस मामले को दबाने का प्रयास करते रहे। लेकिन मीडिया के दबाव के चलते पुलिस को आखिरकार सख्त निर्णय लेना ही पड़ा और हैड कांस्टेबल अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया।
वहीं इस मामले में अभी और भी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। हैड कांस्टेबल के खिलाफ विभागीय जांच का जिम्मा डीएसपी पधर अनिल धौलटा को सौंपा गया है। एसपी मंडी प्रेम कुमार ठाकुर का कहना है कि जो भी पूरे मामले में दोषी हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाही की जाएगी।
आज एक क्रेन को लिया कब्जे में
वहीं मंडी जिला पुलिस की टीम ने कार्रवाही को जारी रखते हुए आज एक क्रेन को कब्जे में लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह क्रेन चुराकर लाई गई है या फिर सही है। लेकिन पुलिस ने इसके सभी कागजातों सहित इंजन और चैसी नंबर की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे संदिग्ध मान रही है जिसके तहत की इसे जांच पडताल के कब्जे में लिया गया है। एसपी मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है।