हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : राजकीय महाविद्यालय भोरंज में ई-बैंकिंग एवं कैशलेस इकॉनमी को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों, कॉलेज स्टाफ व स्थानीय दुकानदारों और लोगों को इससे जोडऩे और उन्हें ई-बैंकिंग का प्रयोग सिखाने के उदेश्य से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। नोटबंदी के पश्चात् एचआरडी मिनिस्ट्री के आदेशानुसार सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को कैशलेस करना अनिवार्य है।
इसी कड़ी में महाविद्यालय भोरंज के प्राचार्य हेम सिंह परमार ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से कॉलेज स्टाफ को ई. बैंकिंग के प्रयोग और इसके प्रसार के माध्यमों से परचित करवाते हुए कहा कि एक-एक विद्यार्थी को जाकर 10 परिवारों को ई-बैंकिंग की विधि से परिचित करवाना चाहिए, जिसके अधिक से अधिक लोग कैशलेस इकॉनमी का हिस्सा बन पाएंगे।
इस कार्यशाला में भूगोल के प्राध्यापक डॉ. संजय ठाकुर ने कहा कि एनएसएस यूनिट, स्थानीय बाजारों में जाकर अधिक से अधिक दुकानदारों को कैशलेस इकॉनमी और ई-बैंकिंग के विषय में जानकारी दे। साथ ही कार्यशाला में विभिन्न एप्स और इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग इत्यादि के विषय में जाकारी दी गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ अश्वनी शर्मा, डॉ मनोज डोगरा, डॉ विजय ठाकुर, डॉ महेंद्र सिंह गुलेरिया, डॉ विक्रम ठाकुर, प्रो. सुनील जसवाल, प्रो.ज्योति प्रभा, प्रो. अनिल शर्मा, प्रो. पीसी भारद्वाज और अन्य सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।