नेरचौक (कपिल सेन): वित्तिय लेने देन करने वाले जनहित सहकारी सभा नेरचौक के कार्यो का सही ढ़ग से संचालन करने के लिए सहकारिता विभाग ने अपना प्रशासक तैनात किया है। सालाना 3 करोड़ से ज्यादा के टर्नओवर वाली इस सहकारी सभा में लोगों की जमापूंजी को सुरक्षित रखने के लिए सहकारिता विभाग की ओर से यह कदम उठाया गया है।
ऑडिटर ने खड़े किए थे निदेशक मंडल पर सवाल
सभा के कारोबार के 2015-16 के ऑडिट के दौरान विभाग द्वारा तैनात किए गए ऑडिटर ने सभा के निदेशक मंडल पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। ऑडिटर ने अपने ऑडिट में सभा के निदेशक मंडल के 14 सदस्यों में से 5 सदस्यों को अवैध करार दिया था। सभा के समूचे निदेशक मंडल के 5 सदस्यों के चयन पर सवाल खड़ा होने के चलते समूचे निदेशक मंडल ने समूचे निदेशक मंडल को भंग कर नए चुनाव करवाने का प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद सहकारिता विभाग ने कार्रवाई करते हुए अपना प्रशासक तैनात किया है।
यह है पूरा मामला
3 करोड़ से ज्यादा का वित्तिय कारोबार करने वाली बल्ह वैली की इस जनहित सहकारी सभा के संचालन के लिए 14 सदस्यों वाला निदेशक मंडल कार्य कर रहा था। 2015-16 के सभा के ऑडिट में ऑडिटर ने 14 सदस्यों में से 5 के चुनाव को अवैध बताया था। जो सभा की बीओडी की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले सकते थे।
सभा के उपाध्यक्ष की सड़क दुर्घटना में हालत गंभीर होने के चलते सभा के कार्यो में हिस्सा नहीं ले पा रहे थे। इसके अलावा सभा सचिव व सभा के अध्यक्ष के बीच में भी कुछ कार्यो को लेकर मतभेद होने के चलते सभा अध्यक्ष की ओर से अपने पद से त्याग पत्र देने के बाद सभा के निदेशक मंडल के लगभग 7 सदस्य बाहर हो गए थे। जिससे बीओडी अल्पमत में था।
जिसके चलते सभा के निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर सभा के पूरे निदेशक मंडल को भंग कर नए चुनाव करवाने की सिफरिश की थी। जिसके चलते विभाग की ओर से सभा संचालन के लिए प्रशासक तैनात किया गया है।
तीन साल बाद ही हो गया प्रशासक तैनात
सभा का गठन जुलाई 2013 में हुआ था। सभा ने सिंतबर से अपना कार्य करना शुरू किया था। 3 करोड़ वाली इस सभा का शुभारंभ प्रदेश सरकार के आवकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने किया था। लेकिन सभा का संचालन मंडल अपना 5 साल का कार्याकाल पूरा नहीं कर पाया। सभा के कारोबार को देखा जाए तो सभा की ओर से लगभग एक करोड़ से ज्याद का लोन भी वितरित किया गया है। सभा के एक हजार से ज्यादा शेयर होल्डर्स है। जिनकी जमापूंजी सभा के पास जमा है।
जनहित सहकारी सभा नेरचौक में लोगों की जमा पूंजी को सुरक्षित रखने व कार्यो का संचालन सही ढ़ग से करने के लिए प्रशासक तैनात किया गया है। अगामी 6 माह में सभा के निदेशक मंडल के चुनाव करवाया जाना अनिवार्य है। जिसके बाद सभा का कार्य नए निदेशक मंडल को सौंपा जाएगा।
– पवन वत्स, असिस्टेंट रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग मंडी।