हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : नोटबंदी ने बिजली बोर्ड की गरीबी भी कुछ हद तक दूर कर दी है। लंबे समय से बिजली बोर्ड के रुपए पर कुंडली मार बैठे डिफाल्टरों ने दो करोड़ रुपए विद्युत बोर्ड में जमा करवाए हैं। जिन रुपए को बोर्ड बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी नहीं निकलवा पा रहा था, उनका भुगतान नोटबंदी ने महज 14 दिन में करवा दिया। छह सब-डिवीजनों से बोर्ड को बकाया राशि का भुगतान उपभोक्ताओं ने किया है। इन उपभोक्ताओं ने बिजली बोर्ड में 2 करोड़ 14 लाख 15 हजार की राशि जमा करवाई है। 2 करोड़ की राशि जमा होने से बोर्ड ने भी राहत की सांस ली है।
बतातें चलें कि छह सब डिवीजनों हमीरपुर-एक, हमीरपुर-दो, लंबलू, टौणीदेवी, कक्कड़, सुजानपुर में कई बिजली डिफाल्टरों के पास बिजली बोर्ड के पांच करोड़ से अधिक रुपए फंसे हुए हैं। नोटबंदी की अधिसूचना जारी होते ही, बिजली बोर्ड ने बकाया राशि चुकाने के लिए 19 से 24 नवंबर तक पुराने नोट जमा करने की अनुमति प्रदान की थी। इस समयावधि में डिफाल्टरों ने पुराने नोटों से बिजली बोर्ड को दो करोड़ 14 लाख 15 हजार की बकाया राशि का भुगतान कर दिया है। अब भी डिफाल्टरों के पास बोर्ड के तीन करोड़ 34 लाख रुपए फंसे हुए हैं।
पुराने नोट से बिल जमा करवाने का लास्ट चांस
पुराने 500 के प्रतिबंधित नोट से बकाया राशि का भुगतान के लिए डिफाल्टरों को एक मौका और मिल गया है। बोर्ड अब 15 दिसंबर तक पुराने 500 के नोट भी लेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस समयावधि में बोर्ड की डिफाल्टरों में फंसी बकाया राशि मिल सकती है। दिसंबर 15 तक बिजली बोर्ड करंट बिलों व बकाया राशि के रूप में पुराने 500 रुपए के नोट भी स्वीकार करेगा। बिल भुगतान के लिए पुराने 500 रुपए के नोट लेने की अनुमति बोर्ड को मिली है।