मंडी (वी कुमार) : जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के गुटबंदी कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा जो मंत्री अनिल के बेटे हैं को सराज का प्रभारी बनाया गया है और हाल ही में उन्होंने जो एक बैठक सराज में ली थी, उसमें उन्होंने जो यह कहा कि विक्रमादित्य को किसी एक व्यक्ति विशेष के लिए पैरवी नहीं करनी चाहिए, उस बात से विक्रमादित्य के खासमखास व प्रदेश मिल्कफेड के चेयरमेन चेत राम के समर्थक बुरी तरह से भडक़े हुए हैं।
कुछ पूर्व पदाधिकारियों ने आश्रय शर्मा की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं जिससे अब सराज में जो गुट सुखराम का रहा है वह आश्रय शर्मा के बचाव में आ गया है और दूसरे गुट पर आग उगलने लगा है।
सराज ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश रेड्डी, उपाध्यक्ष हेम सिंह ठाकुर व महासचिव नारद ठाकुर ने चेतराम समर्थकों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि आश्रय शर्मा का ब्यान उतना ज्वलनशील नहीं था जितना सराज कांग्रेस के कुछ छुटभैये नेता उसे उछाल रहे हैं। इन पदाधिकारियों ने सराज युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष वीर सिंह, सेवा दल के नेता युद्ध चंद बैंस समेत ऐसे नेताओं को चेताया है जो सोशल मीडिया या अखबारों में ब्यानबाजी कर रहे हैं। आश्रय शर्मा पर परोक्ष रूप में प्रहार कर रहे हैं।
पदाधिकारियों ने कहा कि ये नेता अपनी हद में रहें अन्यथा इनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। मामला हाइकमान के ध्यान में लाया जा चुका है और अब उछल कूद नहीं चलेगी। आश्रय शर्मा का जहां तक सवाल है वह संगठन में एक संवैधानिक पद पर हैं व उन्हें संगठन ने ही प्रभारी की जिम्मेवारी दी है जिसे वह पूरी तरह से निभा रहे हैं। ऐसे में सराज में कांग्रेस जो हमेशा अपनी गुटबंदी के कारण हारती आई है। चुनावों के एक साल पहले फिर से सिर फुटोब्बल की हालत में पहुंच गई है।