अर्की (एमबीएम न्यूज़) : अंबुजा सीमेंट कंपनी में ठेकेदारों के द्वारा लगाए गए स्थानीय कामगार कर्मचारियों को हटाने का सिलसिला अभी भी जारी है। अंबुजा कंपनी में सीटू यूनियन के प्रधान लच्छी राम ने बताया कि कंपनी वीआरएस के नाम पर मजदूरों और कर्मचारियों को हटा रही है। उन्होंने बताया कि वीआरएस कामगार की इच्छा से होनी चाहिए न कि तुगलकी फरमान से।
उन्होंने बताया कि कंपनी ठेकेदार के माध्यम से आए दिन सूचना पट्ट पर सूचना देती है कि निम्नलिखित स्थानीय मजदूरों की सेवाएं मस्ट्रोल से हटा दी गई है और यह मजदूर किसी भी कार्य को हमारे कार्यालय में आकर अपना पूर्ण एवं अंतिम भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी ठेकेदारों के माध्यम से सेपरेशन स्कीम के नाम पर यह सूचना दे रही है, जो कि कामगारों के साथ बहुत बड़ा धोखा है।
कंपनी में जब इतने कामगारों की जरूरत ही नहीं थी तो कंपनी ने ठेकेदार के माध्यम से इन लोगों को रखा ही क्यों जबकि कम्पनी में कामगार पिछले 10-15 सालों से ठेकेदारों के माध्यम से लगे हुए हैं और इससे पूर्व भी जो कर्मचारी नियमित हुए हैं, वह भी ठेकेदार के माध्यम से ही लगे थे। उन्होंने बताया कि कंपनी में बहुत काम है, लेकिन कंपनी पुराने कामगारों को निकालना चाहती है, क्योंकि इन पुराने कामगारों को लगे 10 से 15 वर्ष से ज्यादा हो गए हैं और अब यह कामगार कंपनी में नियमित होने हैं और कंपनी को इनकी पगार को भी बढ़ाना है।
इसी के मद्देनज़र नजर रखते हुए कंपनी पुराने मजदूरों को निकाल कर नए कामगार रखना चाहती है, ताकि इन्हें आर्थिक बोझ कम पड़े कंपनी व ठेकेदार की मिलिभगती है, जिसका खमियाजा कामगारों को भुगतना पड़ रहा है। सीटू यूनियन कंपनी व ठेकेदार कि इस मनमर्जी को नहीं चलने देंगे व वह अपनी मर्जी से वीआरएस लेंगे कंपनी जो उन्हें जबरदस्ती कर रही है, उसे कतई भी सहन नहीं किया जाएगा।
कंपनी ने मजदूरों को जबरदस्ती निकालने के लिए पुलिस की दो गाड़ियां सोलन से मंगवा दी है। उन्होंने बताया कि सीटू यूनियन प्रतिदिन 1:00 से 2:00 बजे तक मंदौड़ देवता के प्रांगण में मीटिंग कर अगली रणनीति बनाएगी। इस अवसर पर सीटू यूनियन के प्रधान लच्छीराम, प्रदीप, मुकेश ,लेख राम, देवराज, मनोज, कन्हैया, ओम प्रकाश व सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस बारे डीएसपी दाडला नरवीर सिंह राठौर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कम्पनी ने शिकायत की है कि कुछ शरारती तत्व वहाँ पर विघ्न डाल सकते हैं। सुरक्षा की दृष्टि व् कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए अतिरिक्त पुलिस बुलाई गई है।
जब इस बारे शर्मा कम्पनी के ठेकेदार राजेंद्र कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि कम्पनी में काम कम होने की वजह से कम्पनी के निर्देशानुसार कामगारों को सेपरेशन स्कीम के तहत हटाया जा रहा है इनको कम्पनी सारा मुआवजा भी ही दे रही है।