शिमला (एमबीएम न्यूज) : भाजपा ने कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए चार्जशीट बनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। चार्जशीट को अंतिम रूप दिया जा रहा है तथा अगले माह 24 दिसम्बर को इसे राज्यपाल या राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक राजीव बिंदल ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में खुलासा किया कि चार्जशीट में कांग्रेस के मंत्रियों, मुख्य संसदीय सचिवों, वोर्डों व निगमों के अध्यक्षों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं तथा आम लोगों से तथ्यों सहित जुटाई गई जानकारी के अनुसार ये आरोप लगाए गए हैं।
बिंदल ने कहा कि जिला शिमला व महासू की यहां पार्टी मुख्यालय दीपकमल में आयोजित बैठक में चार्जशीट के मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों ने चार्जशीट के लिए तथ्यों सहित अपने दस्तावेज सौंपे। इन दस्तावेजों में कांग्रेस नेताओं के कारनामों का तथ्यों सहित उल्लेख है। जिन्हें कल शनिवार को होने वाली प्रदेश भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ तैयार होने वाली चार्जशीट में शामिल किया जाएगा।
राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के काले कारनामों की चार्जशीट तैयार की जा रही है। इसमें तमाम घोटालों को तथ्यों सहित शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर कई कांग्रेस नेताओं के दामन पर भ्रष्टाचार के दाग लगे हैं। सरकार की नाकामियों को चार्जशीट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने शिमला के विधायक सुरेश भारद्वाज के नेतृत्व में चार्जशीट कमेटी गठित की है तथा उन्हें संगठनात्मक जिलों शिमला व महासू का दायित्व सौंपा गया है। बिंदल ने कहा कि आज की बैठक में कांग्रेस सरकार के कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं।
बिंदल ने चाैंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि शिमला जिले में सर्दियों के सीजन में सड़क मार्गो पर बर्फ काटने व साफ करने के नाम पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। विधानसभा क्षेत्रों रामपुर, रोहड़ू, जुब्बल कोटखाई और यहां तक कि मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा हल्के शिमला ग्रामीण में सरकार की नाक के नीचे बर्फ हटाने के काम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है और इसे चार्जशीट में बाकायदा तथ्यों सहित उजागर किया जाएगा।
बिंदल ने कहा कि रामपुर, रोहड़ू, जुब्बल कोटखार्ठ, चोपाल, शिमला ग्रामीण और ठियोग में सड़कों की इस साल मई-जून माह में हुई टायरिंग महज 15 दिन से लेकर दो माह में उखड़ गई। इन इलाकों के सड़क मार्गों पर हालात आज इतने खराब है कि मोटरसाईकिल तक चलाना संभव नहीं है। शासन ने इन क्षेत्रों में राजनीतिक संरक्षण के तहत अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया।
बिंदल ने कहा कि कुछ माह पहले हाटकोटी में एक बहुमंजिला मकान धराशायी हो गया, जिसमें 3 लोगों की मौत हुई। मगर सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के नाम पर लीपापोती ही की और दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उनका आरोप था कि हाटकोटी में तीन-चार भवन गैरकानूनी तरीके से बने हैं, फिर भी इनमें बिजली पानी मुहैया करवाकर व्यवसाय चल रहा है।
उन्होंने कहा कि चौपाल में भी इसी तरह अनाधिकृत पांच मजिला भवन सरकारी 13 बिस्वा भूमि पर बना दिया गया। इस भवन में सरकार ने अपने पांच कार्यालय शिफट कर दिए हैं। इस तरह सरकार अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर रही है।
बिंदल का कहना था कि मुख्यमंत्री के अपने हल्के में एक डिग्री कॉलेज वहां के कांग्रेस मंडलाध्यक्ष के भवन में चलाया जाता है और इसके एवज में मासिक 70 हजार रूपये का किराया चुकाया जाता है। जबकि स्थानीय लोग कालेज चलाने के लिए मुफत में भवन देने को तैयार थे। बिंदल का यह भी आरोप रहा कि मुख्यमंत्री के विस हल्के में अवैध रेत खनन हो रहा है। इस मामले की जब शिकायत की गई, तो दिन में खनन बंद कर दिया गया, लेकिन रात में बदस्तूर जारी है।
उन्होंने कहा कि कालका-शिमला फोरलेन निर्माण कार्य में भी गडबडझाला हुआ है। यहां खुदाई में निकलने वाले पत्थर को रायल्टी में शामिल न करके फारलेन के निर्माण कार्य में ही इस्तेमाल कर दिया गया।
बिंदल के अनुसार कॉरपोरेट बैंक में भर्ती का मसला और भाजपा मुख्यालय पर हुए हमले के मामले पर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष का एफआईआर में नाम तक दर्ज न करने का मुददा भी चार्जशीट का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भाजपा जिला स्तर पर अलग से चार्जशीट तैयार करेगी।