नाहन (शैलेंद्र कालरा): हर कोई एक अरसे से यूएसए के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भारतवंशी शलभ कुमार को देख रहा है। कुछ दिनों से भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाहकार परिषद के अहम सदस्य शलभ कुमार के पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने को लेकर बयान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छाए हुए हैं। लेकिन शायद आप विश्वास न करें, लेकिन हकीकत है कि यूएसए के कारोबारी शलभ कुमार का बचपन इसी शहर की तंग गलियों में गुजरा है। साथ ही छतों पर चढक़र पतंग भी उड़ाए हैं।
एमबीएम न्यूज ने छोटा चौक में शलभ के नानके में पहुंच कर, उनके 85 वर्षीय मामा एडवोकेट आईसी गुप्ता से लंबी बातचीत की। इस दौरान शलभ की बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि को लेकर कई बातें सामने आई।
कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही नजर आ जाते हैं। यह बात शलभ के जीवन की कसौटी पर खरी उतरती हैं। 1969 में यूएसए गए शलभ कुमार अपनी युवा अवस्था में ही सफल कारोबारी बन गए थे, लेकिन अब यूएसए के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाहकार परिषद में होने के नाते ही स्थानीय स्तर पर लोगों के बीच चर्चा में आए हैं। दीगर रहे कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शलभ करीबी माने जाते हैं। शुक्रवार को भी शलभ का बयान सुर्खियों में था।
विशेष बातचीत के दौरान ट्रंप की मुख्य सलाहकार परिषद के अहम सदस्य शलभ कुमार के मामा ने बताया कि कुछ समय तक शलभ व उनके बड़े भाई दीपक ने श्री जगन्नाथ मंदिर में चलने वाले स्कूल में पढ़ाई भी की। उन्होंने बताया कि पतंग उड़ाने का भी काफी शौक था। दीगर है कि नाहन नगर परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता के शलभ कुमार रिश्ते में चचेरे भाई हैं।
शहर में ही यूएस के नामी कारोबारी शलभ कुमार का ससुराल भी था। अब यहां घर नहीं है। ससुराल पक्ष बैंगलोर में सैटल है। मामा के मुताबिक करीब दो साल पहले चंडीगढ़ में अपने पिता के निधन पर शलभ इंडिया आए थे, जिनका बड़ा भाई उनसे मिलने यहां भी आया था।
2011 में करीबी रिश्तेदार गए थे न्यूजीलैंड
जनवरी 2011 में शलभ कुमार ने अपने बेटे विक्रम की शादी न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में रचाई थी। इस शादी को प्रमुख टीवी चैनल्स ने लाइव प्रसारित किया, क्योंकि इस शादी पर बेशुमार दौलत खर्च हुई थी। आसमान में 9 हेलीकॉप्टर्स ने आसमान में “V” बनाया था।
इस शादी में हिस्सा ले चुके कारोबारी शलभ के चचेरे भाई व नगर परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि इस शादी में हिस्सा लेना उनके जीवन के यादगार पल हैं। भाई ने भी नाहन आने का वायदा किया था।
संभवत: व्यस्तता इतनी है कि नहीं आ पाए। ट्रंप की सलाहकार परिषद के सदस्य शलभ कुमार की भाभी रचना गुप्ता, जो शिक्षा विभाग में तैनात है ने कहा कि उनका परिवार से फोन व फेसबुक के जरिए संपर्क रहता है। उन्होंने कहा कि भैया ने काफी कम उम्र में ही काफी उपलब्धियां पा ली थी।
2011 में कारोबारी शलभ के बेटे की शादी का शाही अंदाज।