शिमला (एमबीएम न्यूज़) : नैक से ए-ग्रेड मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी अगली तैयारियां शुरू कर दी हैं। देश में कई यूनिवर्सिटी ए-ग्रेड हैं, मगर उनकी डिग्री पर यह लिखा नहीं आता है। इससे हटकर एचपीयू अब जल्द ही यूनिवर्सिटी द्वारा जारी डिग्री पर ए-ग्रेड लिखा हुआ जारी करेगा। बकायदा इसके लिए यूनिवर्सिटी की आगामी ईसी की बैठक में इसे मंजूरी दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी ने कहा है कि प्रदेश विवि को मिले ए-ग्रेड का प्रमाण पत्र जैसे ही हमारे पास पहुंचेगा, डिग्री पर ए-ग्रेड छपवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही एचपीयू की यूजी, पीजी सहित हर डिग्री पर ए-ग्रेड मार्क होगा। कुलपति का कहना है कि विवि के छात्रों के हित में ऐसा करने का कदम उठाया जा रहा है। एचपीयू की डिग्री में ए-ग्रेड अंकित करने से संस्थान और डिग्री दोनों का महत्व बढ़ेगा।
इसका सबसे ज्यादा फायदा मल्टीनेशलन कंपनियों में नौकरी की चाह रखने वाले प्रोफैशनल छात्रों को होगा, क्योंकि कपंनियों की पहली पसंद ए-ग्रेड यूनिवर्सिटी रहती है। वर्तमान में एचपीयू बी टैक-आईटी, एमटैक-आईटी, बीबीए, एमबीए व एमटीए और बायोटैक जैसे महत्वपूर्ण प्रोफैशनल कोर्स करवा रही है। ए-ग्रेड मिलने के बाद इन कोर्सों से जुड़ी नामी कंपनियां कैंपस प्लेसमैंट करने एचपीयू का रूख करेंगीं।
कुलपति प्रो. वाजपेयी ने यह भी कहा कि एचपीयू के ए-ग्रेड की ज्यादा से ज्यादा पब्लिसिटी करने के लिए सभी लैटर हैड, स्टेशनरी तथा पत्राचार में प्रयुक्त होेने वाले दस्तावेजों में भी नैक एक्रिडिएटिड ए-ग्रेड यूनिवर्सिटी लिखा जाएगा।
कुलपति ने कहा जल्द ही यह लागू होगा। हालांकि यह कब से लागू होगा, इसकी तारीख घोषित नहीं की गई है।
आपको बता दें कि हाल ही में नैक ने एचपीयू को ए-ग्रेड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया था। इससे पहले विवि का बी-ग्रेड दर्जा था। अपनी स्थापना के 47 वर्षो में पहली बार एचपीयू को ए-ग्रेड मिला है। बीते 3 से 6 अक्तूबर को नैक ने प्रदेश विवि का दौरा किया था। उस समय विवि में छात्र गुटों के बीच हुए झगड़े से तनावपूर्ण माहौल हो गया था और विवि की ग्रेडिंग गिरने का अंदेशा जताया जा रहा था। नैक के इस तोहफे से पूरे देश में हिमाचल प्रदेश विवि की साख बढे़गी।
ग्रेड मिलने के बाद प्रदेश विश्वविद्यालय को यूजीसी से ग्रांट मिलना आसान हो जाएगा। दूसरी ओर, विवि की राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान कायम होगी।