अर्की (एमबीएम न्यूज) : बाल्मीकि समिति ने नगर पंचायत के अध्यक्ष द्वारा उनके साथ जातिगत भेदभाव का आरोप पत्र अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग ,अल्प संख्यक समाज हितकारी सभा एवं तालमेल समिति अर्की हिमाचल प्रदेश के माध्यम से मुख्यमंत्री व सामाजिक न्याय मंत्री को दिया है।
समिति अध्यक्ष राकेश बराड़ ने बताया कि दिनांक 14अक्टूबर 2016 को महृषि बाल्मीकि प्रकाशोत्सव के अवसर पर महृषि बाल्मीकि व रामायण से सम्बंधित झांकियो व् नगर कीर्तन का आयोजन बाल्मीकि समिति अर्की द्वारा किया गया था। तथा इस कार्यक्रम को रवाना करने के लिए कांग्रेस नेत्री व् नगर पंचायत अध्यक्ष सावित्री गुप्ता को आमंत्रित किया गया व् उन्होंने आमंत्रण भी स्वीकार किया । परन्तु जैसे ही कार्यक्रम शुरू होने का समय आया। तभी अध्यक्ष ने आने से इंकार कर दिया। इसके पश्चात समिति ने तुरंत स्थानीय मंदिर लुटरू महादेव के महात्मा प्रेमगिरी के द्वारा यात्रा की शुरुआत करवाई ।
ज्ञात रहे की पूर्व में भी इस कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा किया जाता रहा है। बराड़ का कहना है कि इस तरह से अनुसूचित जाति के कार्यक्रम में आने की स्वीकृति देने के पश्चात कार्यक्रम में आने से मुकरना बाल्मीकि समाज को नीचा दिखाना है। कुछ घटिया मानसिकता वाले लोग आज भी इस प्रकार के भेद भावो को बढ़ावा दे रहे है। उनके इस कृत्य से जहाँ उन्होंने अपने गरिमामय पद की छवि को धूमिल किया है वही सरकार द्वारा जात पात की रूढ़ि वादि व्यवस्था को ठेंगा दिखाना है। साथ ही उनके द्वारा अपने दल को भी नीचा दिखाना है।
उन्होंने मुख्यमंत्री ही0 प्र0 व सामाजिक न्याय मंत्री से अध्यक्ष नगर पंचायत द्वारा उनके समाज के कार्यक्रम की अवहेलना करने की जाँच की मांग की है ताकि भविष्य में पुनः कोई भी अनुसूचित जाति की भावनाओं से खिलवाड़ न कर सके।