शिमला (एमबीएम न्यूज) : वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने आज यहां बताया कि राज्य के कुछ भागों में बंदरों को वर्मिन घोषित करने के उपरांत सरकार ने बंदरों को पकडऩे अथवा मारने पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में बढ़ौतरी की है।
उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र से बाहर बंदरों को मारने की राशि को मौजूदा 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये प्रति बंदर करने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार, प्रति बंदर नसबंदी की राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये किया गया है। क्षेत्र विशेष में बंदरों की टोली में से 80 प्रतिशत बंदरों को पकडऩे पर प्रति बंदर 1000 रुपये की राशि प्रदान करने को स्वीकृति प्रदान की गई है।
वनमंत्री ने कहा कि वर्मिन घोषित तहसीलों में पंचायत स्तर पर गठित ग्रामीण वन विकास/सयुंक्त वन प्रबंधन समितियों को बंदरों की समस्या पर कार्यशाला आयोजित करने के लिये 1000 रुपये की रािश प्रदान की जाएगी। दीगर है कि कुछ समय पहले जब सरकार ने बंदर को मारने पर ईनाम राशि का ऐलान किया था तो इसको लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आई थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को भी पाठकों की ढेरों टिप्पणियां मिली थी।
हालांकि स्पष्ट नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि ईनाम के लालच में आकर अब तक प्रदेश में किसी ने भी बंदरों को मौत के घाट नहीं उतारा है। अलबत्ता इतना जरूर है कि प्रोत्साहन राशि बढऩे से बंदरों को पकडऩे में कुछ लोग रूचि दिखा सकते हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक उत्तर पूर्वीय राज्यों द्वारा हिमाचल से बंदर लेने को लेकर दिलचस्पी दिखाई गई है।
यह साफ नहीं हो पाया है कि क्यों यह राज्य बंदर लेना चाहते हैं। इतना जरूर स्पष्ट हुआ है कि उत्तर-पूर्वी राज्यों ने हिमाचल को ही बंदर पहुंचाने को कहा है।