मंडी (वी कुमार) : शहर के सबसे बड़े वार्ड रामनगर के लोगों बीती रात जागकर काटी, क्योंकि रामनगर के ठीक सामने डीपीएफ जंगल कांगणी से गुजर रहे एनएच-21 बाईपास पर पूरी रात ट्रेक्टरों द्वारा मलबे की डंपिंग की जाती रही। टिप्परों के डाले को खोलने तथा मलबे को पलटने से आने वाली तीखी आवाजों के कारण लोग एक मिनट के लिए भी सो नहीं सके।
बीमार व बुजुर्ग लोग भी पूरी रात परेशान रहे। लोगों ने आवाजें देकर व टार्च आदि से रोशनी करके इन्हें ललकारा भी, मगर रात 11 बजे से लेकर सुबह सात बजे तक बदस्तूर यह सिलसिला जारी रहा।
हैरानी यह है कि राष्ट्रीय हरित ट्र्रिब्यूनल (एनजीटी) केे साफ आदेश हैं कि किसी भी खड्ड व नाले या नदी में मलबे की डंपिंग नहीं हो सकेगी और ऐसा करने वाले को कम से कम एक लाख रुपए का जुर्माना किया जा सकेगा। जुर्माना करने की शक्तियां प्रशासन, पुलिस, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, वन, लोक निर्माण विभाग समेत सभी संबंधित विभागों को दी गई हैं। इन आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए यह डंपिंग दिन को हो ही रही है। रात को लोगों की जो नींद हराम की जा रही है यह अब बर्दास्त से बाहर हो रहा है।
रामनगर के कन्हैया लाल सैणी, रमा देवी, दीपक, लाजवंती, अमर सिंह, बिमला, धर्मेंद्र, सतीश कुमार, धीरज, जगन्नाथ, चमन, प्रवीण, अमर सिंह चौहान आदि ने बताया कि इस बारे में पुलिस को भी फोन पर सूचना दी गई तथा कार्रवाई करने की मांग की गई। इन लोगों ने बताया कि यह मलबा रामनगर में ही बनाए जा रहे एक प्लाट से उठाया जा रहा था जो कुछ ही दूरी पर जाकर फेंका गया।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सात टिप्पर इस अवैध डंपिंग के कार्य को अंजाम दे रहे थे। आधा शहर इससे परेशान हो उठा था, मगर पुलिस प्रशासन को यह
नजर नहीं आया। लोगों का कहना है कि उन्हें किसी के प्लाट बनाने से एतराज नहीं है मगर कम से कम मलबा तो डंपिंग साइट पर या ऐसी जगह फेंका जाए, जहां पर आबादी न हो या फिर दिन के समय यह काम किया जाए, ताकि लोगों की नींद हराम न हो। लोगों ने कहा कि यदि प्रशासन ने इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की तो वे सीधे एनजीटी व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को इसकी शिकायत भेजेंगे।
नजर नहीं आया। लोगों का कहना है कि उन्हें किसी के प्लाट बनाने से एतराज नहीं है मगर कम से कम मलबा तो डंपिंग साइट पर या ऐसी जगह फेंका जाए, जहां पर आबादी न हो या फिर दिन के समय यह काम किया जाए, ताकि लोगों की नींद हराम न हो। लोगों ने कहा कि यदि प्रशासन ने इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की तो वे सीधे एनजीटी व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को इसकी शिकायत भेजेंगे।
इस बारे मंडी सिटी चौकी प्रभारी राम लाल ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह आज ही डयूटी पर आए हैं और इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग रात को चैन की नींद सो सकें। उन्होंने कहा कि अवैध डंपिंग नहीं करने दी जाएगी और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।