हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : नगर परिषद हमीरपुर पर सरकार ने जांच बिठा दी है। सरकार द्वारा गुप्त चर विभाग को दिए गए आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि इस मामले के भीतर सच्चाई क्या है। इसकी रिर्पोट तुंरत सरकार को भेजी जाए। वही विभाग ने भी इसपर अपनी पड़ताल शुरू कर दी है। नप के कर्म चारी पर ठेकेदार द्वारा गाड़ी देने का आरोप लगाया गया है।
इस वाहन पर की गई पड़ताल से वाहन मालिक नप के कर्मचारी नहीं है। अभी गाड़ी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर है। अब यह जांच की जा रही है कि जिस व्यक्ति के नाम पर वाहन है क्या वह ठेकेदार है या नहीं। जांच का अहम पहलू यह भी रहेंगा की कहीं कर्मचारी ने यह वाहन खरीदा तो नहीं। बहराल नप पर लगाए गए आरोप पर सरकार ने जांच बिठा दी है।
यहां बता दे कि जारी हुए पत्र के जरिए आरोप है कि उपाध्यक्ष ने आने रिश्तेदार ठेकेदार को करोड़ों रूपए के कार्य आवंटित किए है। यह पत्र अनिल यादव डाकघर कन्हाई गुरूग्राम हरियाणा के नाम से जारी किया गया है। इसमें नप हमीरपुर को पूर्व के कार्यकाल में करोड़ों के ठेके नियमों के विरूद्व आवंटित करने के आरोप लगाते हुए इसपर जांच की मांग उठाई है। इस पत्र के जरिए नो बिदुओं पर जांच करने की मांग उठाई गई है।
यही नहीं इस पत्र के जरिए कुछ पार्षदों के नाम भी शामिल किए गए है। इन पार्षदों के रिश्तेदारों के नाम पर भी कारोड़ों के कार्य आवंटित करने के आरोप लगाए गए है। वर्ष 2010 व 15 के बीच हुए इन कार्यो की जांच के साथ साथ नप के कुछ कर्मचारियों को भी लपेटा गया है। बहरहाल अब इस मामले से गुप्तचर विभाग सारा पर्दा उठाएगा। हालांकि नप के उपाध्यक्ष ने लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है। उनका कहना है कि हर विकास कार्य के टेंडर पार्ददर्शिता से बांटे गए है।
उधर गुप्तचर विभाग के प्रभारी अर्जुन सिंह ने बताया कि नगर परिषद हमीरपुर पर करोड़ों के घोटाले के आरोप पर जांच की जा रही है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।