शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल के बिलासपुर जिले का एक सैनिक मणिपुर में मई 2016 में हुए आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुआ। मणिपुर में हुए आतंकी हमले में बिलासपुर निवासी सूबेदार बलदेव शर्मा मातृभूमि के लिए शहीद हुआ था।
File Photoपरिजन बताते हैं कि शहादत पर शोक जताने सूबे के सामाजिक कल्याण व अधिकारिता मंत्री उनके घर आए थे और परिवार के सदस्य को नौकरी देने व पांच लाख देने का वादा करके गए थे। मगर आज तक ना नौकरी मिली और न ही पैसा। पूरा परिवार खेतीबाड़ी करके ही गुजारा करता है।
शहीद के बेटे विवेक शर्मा ने आरोप लगाया है कि अब सरकार अपनी घोषणा से मुकर गई है, जो कि शहादत का अपमान है। उनका कहना है कि सरकार ने हमें एक पत्र लिखकर सूचित किया है कि शहीद बलदेव शर्मा असम राइफल में थे जो कि पेरामिल्ट्री में आती है तथा राज्य सरकार के पास पेरामिल्ट्री फोर्स के लिए ऐसा कोई प्रावधान नही है।
उन्होंने यह भी कि पिता के शहीद होने के बाद घर की हालात ठीक नही है तथा सरकार खुद उनके हालात देखे। अगर फिर भी सरकार कुछ नहीं करती तो अदालत का दरबाजा खटखटाया जाएगा।
उधर जब इस मामले पर प्रदेश सरकार के सामाजिक कल्याण व अधिकारिता मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने शिमला से बाहर होने का हवाला देकर बात करने से मना कर दिया।